जावेद हुसैन (ब्यूरो चीफ यूपी)
लव जिहाद का मामला किसी से छुपा नहीं है जहां एक तरफ कोई मुस्लिम युवक किसी हिंदू युवती से शादी कर लेता है तो एक समुदाय विशेष यहां तक कि पुलिस प्रशासन भी इसे लव जिहाद कहकर कार्यवाही करने की बात करता है।
तमाम हिंदूवादी संगठन जैसे बजरंग दल,आर एस एस,विश्व हिंदू परिषद के द्वारा लगातार एसे मामलों का खुलकर विरोध और एफआईआर कराने जैसे मामले आए दिन सामने रहते हैं।लेकिन इस वक्त देश के अल्पसंख्यक समुदाय यानी मुस्लिम समाज की तरफ से भी इसी तरह भगवा लव ट्रैप के जरिए मुस्लिम समाज की लड़कियों को फंसा कर हिंदू बनाने और उनसे शादी करने के बाद छोड़ देने पर विरोध किया गया है।
बता दें कि अभी हाल ही में इंदौर में मस्जिद के बाहर मुस्लिम युवकों द्वारा भगवा लव ट्रैप से संबंधित पर्चे बाते गए जिसके बाद पूरे भारत इसकी चर्चा होने लगी और इसके बाद इंदौर के रावजी बाजार थाना क्षेत्र से शाहिद अली, शादाब, फरदीन और शाहरुख के रूप में हुई है इन पांचों को ही गिरफ्तार कर लिया गया है।
लेकिन अब सवाल यह है की क्या लव जिहाद और भगवा लव ट्रैप एक ही है?
भाजपा नेताओं समेत कई हिंदूवादी संगठनों द्वारा लगातार लव जिहाद को लेकर एक समुदाय विशेष के खिलाफ बयानबाजी की जाती है।
मुस्लिम धर्म गुरुओं के अनुसार भगवा लव ट्रैप में मुस्लिम लड़कियों को फंसा कर उनको हिंदू बनाया जा रहा है।एक मौलवी ने स्टार न्यूज़ से बात करते हुए कहा की इस्लाम में कहीं नहीं लिखा की अपनी पहचान छुपा कर या झूठ बोल कर कोई भी काम किया जाए तो लव जिहाद की इस्लाम में कोई गुंजाइश ही नहीं है यह केवल इस्लाम को बदनाम करने की साजिश है।आगे उन्होंने कहा इस्लाम किसी गैर मजहब की लड़की से निकाह करने की इजाज़त नहीं देता हां अगर लड़की इस्लाम मजहब अपनाती है तो उससे निकाह हो सकता है अगर लड़की गैर मजहब की ही और मुस्लिम लड़का उससे शादी करता है तो यह इस्लाम के मुताबिक ज़िना है जिसके बेहद कड़ी सजा है साथ ही उन्होंने आरोप लगाया की कुछ हिंदूवादी संगठनों द्वारा मुस्लिम लड़कियों से शादी करने पर नगद इनाम रहने का बदोबस्त और तमाम सहायता दी जा रही हैं इसके खिलाफ सरकार को ठोस कदम उठाना चाहिए।
एक तरफा कार्यवाही की जाती है में तो कहता हूं इसपर रोक लगा देनी चाहिए जिससे इस तरह की नफरत न फैले।