
आगरा के पहले मेंटल हेल्थ कार्निवल का हुआ शुभारंभ, सात दिवसीय आयोजन में विशेषज्ञ देंगे खुश रहने के टिप्स
आगरा के पहले मेंटल हेल्थ कार्निवल का हुआ शुभारंभ, सात दिवसीय आयोजन में विशेषज्ञ देंगे खुश रहने के टिप्स पुणे से आयीं तनु गजबी ने पहले दिन दिया नृत्य के माध्यम से तनावमुक्त रहने का मंत्र, बोलीं बस झूमिए और खुश रहिए मानसिक स्वास्थ को समर्पित संस्था फीलिंग्स
माइंड्स विमल विहार, सिकंदरा− बोदला रोड में चल रहा है कार्निवलसंस्थापक एवं निदेशक अंतर्राष्ट्रीय मनोवैज्ञानिक डॉ चीनू अग्रवाल बोलीें भारत बना आत्महत्या करने वालों की राजधानी आगरा। बात है बस इतनी सी कि खुश रहना है और खुश रहने के लिए सबसे कारगर है चिंता से मुक्त रहें और चिंता को बेताल करने की क्षमता रखती हैं नृत्य की ताल। आगरा में पहली बार आयोजित हुए मेंटल हेल्थ कार्निवल में ये गुरु मंत्र दिया गया पुणे से पधारीं विशेषज्ञ तनु गजबी द्वारा। मानसिक स्वास्थ्य को समर्पित संस्था फीलिंग्स माइंड्स द्वारा विमल विहार, सिकंदरा बोदला रोड स्थित कार्यालय पर आगरा का पहला मेंटल हेल्थ कार्निवल आयोजित किया गया। रविवार को एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ प्रशांत गुप्ता, डॉ सुशील गुप्ता विभव, कुमाउं विवि की डीन डॉ अनुराधा शुक्ला, संस्था की संस्थापक एवं निदेशक अंतर्राष्ट्रीय मनोवैज्ञानिक डॉ चीनू अग्रवाल, डॉ रविंद्र अग्रवाल ने फीता काटकर एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्निवल का शुभारंभ किया। आयोजन के संदर्भ में डॉ चीनू अग्रवाल ने कहा कि सनातन काल से आधुनिक युग तक मानसिक शांति के लिए प्रयास होते रहे हैं। किंतु फिर भी विडंबना है कि हमारा स्वर्णिम भारत विश्व गुरु के स्थान पर आज आत्महत्या के मामले में विश्व की राजधानी बन चुका है। यहां सर्वाधिक तनावग्रस्त लोगों की संख्या है, जबकि हमारे पास बहुत सी विधाएं हैं जिनके माध्यम से हम तनाव मुक्त रह सकते हैं। उन्हीं विशेष विधाओं से आगरावासियों को परिचित कराना कार्यक्रम का उद्देश्य हैपुणे से पधारीं विशेषज्ञ तनु गजबी ने कहा कि आवश्यक नहीं है कि प्रशिक्षित होकर ही हम डांस करें। संगीत सुनते ही जो सबसे पहले पैर थिरके बस उसी के साथ हो लेना चाहिए। ये जरा सा थिरकना तनाव का स्तर प्रभावी रूप से कम कर देता है। उन्होंने शहर के दंपतियों को एक दूसरे की आंखों में आंखें डालकर कपल डांस करने के टिप्स भी दिए, ताकि वैवाहिक जीवन की दूरियां नृत्य के माध्यम से कम हों। एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ प्रशांत गुप्ता ने कहा कि संयुक्त परिवारों की कमी समाज को अवसाद के अंधेरे में धकेल रही है। परेशानी ये है कि आज मानसिक बीमारियां शहरों से अधिक खुली हवा में रहने वाले गांव के लोगों में ज्यादा हैं। विशेषकर लड़कियों में। उन्होंने इस मौके पर घाेषणा की कि फीलिंग्स माइंड्स के साथ मिलकर एसएन मेडिकल कॉलेज आगामी समय में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित करेगा। प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर डॉ सुशील गुप्ता ने कहा कि ये विडंबना है कि आज चार साल का बच्चा भी तनाव में है। बच्चा ठीक से चलना भी नहीं सीख पाता कि माता पिता उसका एडमिशन करना चाहते हैं। बच्चे को खुलकर जीने दें, उन्हें दवाब नहीं कुशल व्यवहार की छाया में पालें। कीकुमाउं विवि की डीन डॉ अराधना शुक्ला ने कहा कि नृत्य भावनात्मक रूप से मजबूत करता है। वेदों के काल से नृत्य को स्वास्थ से जोड़कर देखा जाता है। जीवन को बेताल होने से नृत्य रोक सकता है। डॉ रविंद्र अग्रवाल ने बताया कि सोमवार 14 अप्रैल को म्युजिक थैरेपिस्ट दुर्गेश उपाध्याय संगीत, 15 अप्रैल को लेखिका पल्लवी नियोजी चित्रकारी सिखाएंगी। 16 को बढ़ते तलाक के कारण और निवारण पर परिचर्चा होगी। पेरेंटिग कोच स्वाति जैन 17 अप्रैल को कार्य− जीवन के लिए जागरुकता विशेष पर संबोधित करेंगी। 18 अप्रैल को फूड फार मेंटल हेल्थ पर आकृति सेठी जानकारी देंगी। 19 अप्रैल को बच्चों की भलाइ के लिए कहानियों के उपयोग पर शैलेश जिंदल और रुपाली चरण अपना वक्तव्य देंगे। 20 अप्रैल को शिल्पग्राम रोड स्थित होटल ताज कन्वेंशन में हीलिंग्स माइंड्स संस्था के कार्यालय का विधिवत शुभारंभ एवं मेंटल हेल्थ कार्निवल का समापन समारोह होगा इस अवसर पर आलोक कुलश्रेष्ठ, कविता कुलश्रेष्ठ, हेतल देसाइ, पूजा गुप्ता आदि उपस्थित रहेफोटो, कैप्शन− विमल विहार, सिकंदरा− बोदला रोड स्थित फीलिंग्स माइंड्स के सेंटर पर आयोजित मेंटल हेल्थ कार्निवल का शुभारंभ करते डॉ प्रशांत गुप्ता, डॉ सुशील गुप्ता विभव, संस्था की निदेशक डॉ चीनू अग्रवाल, सह संस्थापक डॉ रविंद्र कुमार अग्रवाल आदि आयोजित मेंटल हेल्थ कार्निवल में नृत्य के माध्यम से तनावमुक्त रहना सिखातीं विशेषज्ञ तनु गजबी।