मुरिया के जमिनी विवाद को धर्म परिवर्तन से जोड़ना सरासर गलत: नजरे आलम
पटना-दरभंगा जिला के मुरिया गांव में एक हिन्दू परिवार की ओर से जिलाधिकारी दरभंगा को आवेदन देकर जमिनि विवाद के हल के लिए गुहार लगाई है। मामला 3 सालों से दरभंगा प्रशासन के संज्ञान में है। पीड़ित परिवार ने आवेदन में स्पष्ट जमिनी विवाद का मामला लिखा है। लेकिन कुछ गोदी मिडिया ने मुस्लिम समुदाय को बदनाम करने और आपसी सौहार्द बिगाड़ने के लिए पूरे मामले को धर्म परिवर्तन से जोड़कर हिन्दू-मुस्लिम के बीच नफरत फैलाने की नापाक कोशिश शुरू कर दी है। ऐसे नफरत फैलाने वाले गोदी मिडिया अपने नापाक मंशा में कभी कामयाब नहीं होंगे। दरभंगा बिहार के सभी समुदाय के लोग इस नफरती मिडिया का बहिष्कार करें। मुझे दरभंगा जिलाधिकारी के द्वारा जांच के आदेश से पूरी उम्मीद है के सारा मामला जनता के बीच आयगा और भ्रामक झूठी खबरें फैलाने वालों को मूंह की खानी पड़ेगी। पूरा मामला जमिनी विवाद से जुड़ा है। मुरिया में सिर्फ एक हिन्दू परिवार नहीं बल्कि बड़ी संख्या में सभी धर्म के लोग आपसी भाईचारे के साथ सदियों से रह रहे हैं। आगे भी सभी समुदाय के लोग आपसी सौहार्द बनाए रखेंगे और साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों को उसके मकसद में कामयाब नहीं होने देंगे। बेदारी कारवां के राष्ट्रीय अध्यक्ष नज़रे आलम ने दरभंगा जिलाधिकारी और बिहार के मुखिया नीतीश कुमार जी से अपील करते हुए कहा के मुरिया मामले को संज्ञान में लेते हुए नफरती मिडिया पर कार्रवाई करें और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों को जेल में डालें।