जब हालात खराब होते हैं तो हर शख्स आपके ऊपर चढ़ने की कोशिश करता है
जावेद हुसैन ब्यूरो चीफ यूपी
एक कहावत है की “जब वक्त खराब होता है तो कुत्ते भी शेर पर भौंकते हैं”आज में एक दिलचस्प कहानी लिखने जा रहा हूं वो एक लड़के की सच्ची घटना है।एक लड़का जोकि अभी हाल ही में स्कूल की दुनिया से निकल कर कॉलेज की दुनिया में कदम रखता है लेकिन उसे व्यापार का बहुत शौक होता है उसने कभी किसी की गुलामी नही करनी थी उसका मानना था चाहे नौकरी से कम पैसे कमाए लेकिन खुद के दम पर कमाए किसी से मांगने के लिए मिन्नतें न करनी पड़े।कारोबार करने की एक वजह और थी की जब से उसने होश संभाला कभी उसके पिता ने नौकरी नहीं की बल्कि 100 से ज्यादा लोगों को नौकरी देते थे शुरू से कारोबार के माहौल में पला बड़ा।लड़के के पिता की पूरे इलाके में इतनी इज्जत थी की शहर के नंबरदार और नामी लोग भी खुलकर साथ देते थे।लड़के की भी बोहोत ज्यादा इज्जत थी।आखिर वो वक्त आया जब उसने अपने दम पर कुछ करने का सोचा और पढ़ाई के दौरान लड़के ने घरवालों से कुछ पैसे लेकर एक छोटा सा कारोबार डाला कारोबार बोहोत अछा चला एक पढ़ने वाला बच्चामहज 18 साल की उमर में 2 से 3 हजार रुपए प्रतिदिन कमाने लगा लेकिन वक्त को ये मंजूर नहीं था ओर दो देशों के युद्ध के बीच इसके काम को बोहोत बड़ा झटका लगा और अर्श से एकदम फर्श पर जा गिरा हालात बेहद खराब हो गए पहली बार काम किया था और डूब गया।
अचानक से इतना नुकसान इतना नुकसान होने के बाद घर वालों का प्रेशर बढ़ने लगा घरवालों ने लगातार कहा की कहीं नौकरी करके लेकिन वो लड़का अपनी जिद पर अड़ा रहा नौबत तो यह आ गई थी की उसके खयाल में आने लगा की आत्महत्या करले लेकिन जब उसकी बात उसकी बहन से हुई तो उसने आत्महत्या का फैसला दिमाग से निकाल दिया और फिर एक उड़ान भरने के लिए तैयार हो गया करीब दो साल के बाद उसने फिर एक कदम बढ़ाया और नया व्यापार शुरू किया शुरू में तो व्यापार में काफी नुकसान हुआ लेकिन लगभग साल भर की मुसलसल मेहनत के बाद उसका कारोबार ऊंचाइयां छूने लगा और कुछ ही वक्त में वो अपनी लाइन के कारोबार का उस इलाके में नंबर 1 बन गया दूर दूर तक उसके चर्चे होने लगे काम काफी अच्छा चलता रहा लेकिन फिर अचानक एक ऐसा मामला आया जिसने उसकी जिंदगी बदल कर रख दी कारोबार में फिर नुकसान का सामना करना पड़ा हालांकि वो ढूंढ रहा था की कमी कहां रह गई क्योंकि सब कुछ बोहोत अच्छा चल रहा था।नुकसान के बाद एक बार फिर वो अर्श से फर्श पर गिरा और सब खत्म हो गया।घरवालों ने फिर सवाल शुरू कर दिए की आखिर पैसा कहां गया।लड़के के ऊपर तरह तरह के इल्जाम लगाने लगे लेकिन वो खुद इस बात से हैरान था आखिर ऐसा कैसे हुआ।एक बार फिर उसने आत्महत्या करने की चाही लेकिन उससे कुछ हासिल न होना था और फिर उसने फैसला बदल लिया।सब खत्म होने के बाद कुछ लोगों ने उसकी छवि बेहद खराब कर दी और वो फिर एक बार दिमागी उत्पीड़न का शिकार होने लगा।लेकिन वो अभी रुका नही है उसने फिर एक नया सफर तय करने का फैसला किया है और आगे की कहानी में जब लिखूंगा जब वो फिर कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ेगा।