उत्तर प्रदेश पुलिस खुद ही थपथपा रही अपनी पीठ।
जावेद हुसैन (ब्यूरो चीफ)
लगातार कभी मुंह से ‘ठांय-ठांय’ या सारे अपराधियों के दाएं पैर में एक ही जगह पर गोली मारकर पुलिसकर्मियों के लिए वीरता का सम्मान मांगने वाली उत्तर प्रदेश पुलिस हमेशा सुर्खियों में रहती है।
अतीक और अशरफ हत्याकांड के बाद अब एक बार फिर यूपी पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं।तमाम विपक्षी पार्टियां पुलिस और शासन पर आरोप लगा रहे हैं।कईयों ने तो इसे गुंडाराज और कानून का मजाक बनाने वाली सरकार का टैग दे दिया है।हालांकि ये कोई नई बात नहीं है योगी राज में ये आम बात है।जिस तरह से लगातार एनकाउंटर हो रहे हैं इस में अपराधियों पर भय का माहोल है।कुछ बदमाशों ने तो गोली लगने के डर से आत्म समर्पण कर दिया है।लेकिन लगातार खुद को पीठ थप थपाने वाली पुलिस पर सवाल तब उठते हैं जब किसी महिला के हत्या शरेआम दिन दहाड़े कर दी जाती है या लगातार हो रहे बलात्कार के मामले में यूपी पुलिस कहीं हद तक नाकाम साबित हुई है।
ट्विटर अकाउंट के माध्यम से यूपी पुलिस ने अभी हाल ही में एक तस्वीर जारी कर यूपी की कानून व्यवस्था को जीरो टॉलरेंस अगेंस्ट क्राइम के साथ 48 घंटे में डकैती व लूट पाट की घटना का अनावरण करते हुए आगरा पुलिस द्वारा 7 अभियुक्तों को किरफ्तार कर दुपहिया वाहन भी बरामद किया गया।