दिल्ली में रामलीलाओं का भविष्य अधर में,, रामलीलाओं को अब तक ग्राउंड अलॉट नहीं,,,,
सुषमा रानी
पीएम, गृह मंत्री, उपराज्यपाल को पत्र
नई दिल्ली । दिल्ली सहित देश भर में रामलीलाओं का आयोजन शुरू होने में अब एक महीने से भी कम का समय बचा है, लेकिन सरकारी विभागों में आपसी तालमेल न होने और आला अफसरों की लालफीताशाही के चलते दिल्ली की अधिकांश रामलीला कमेटियों को अब तक ग्राउंड का अलॉटमेंट ही नहीं हुआ है।
इस गंभीर समस्या से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह ,सहित दिल्ली के उपराज्यपाल और डीडीए के वाइस चेयरमैन को श्री रामलीला महासंघ के प्रेसीडेंट अर्जुन कुमार ने एक पत्र लिखकर इस मुद्दे पर तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की है।
इस पत्र में अर्जुन कुमार ने लिखा है कि श्राद्ध से पूर्व रामलीला कमेटियां भूमि पूजन करती है, लेकिन डीडीए और कुछ एजेंसियो के ग्राउंड्स पर होने वाली रामलीला कमेटियों को अब तक ग्राउंड का अलॉटमेंट नहीं किया गया है, इन सभी लीला कमेटियों के पदाधिका री डीडीए और दूसरे ऑफिसो के हर रोज चक्कर लगा रहे है लेकिन अभी तक इनमें से किसी भी लीला कमेटी को ग्राउंड अलॉट नहीं किया गया।
अपने इस पत्र में अर्जुन कुमार ने यह भी लिखा है कि सिर्फ डीडीए ही नहीं बल्कि कई दूसरी सरकारी विभागों के उच्च अधिकारी भी लीला कमेटियों को ग्राउंड अलॉट करने में टाल मटोल कर रहे है, ऐसे में प्रभु श्री राम की शिक्षाओं और उनकी असत्य पर जीत के संदेश को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने में लगी राम लीला कमेटियों के सम्मुख लीला मंचन करना असंभव हो गया है। अर्जुन कुमार ने इन्हें बताया दिल्ली के अलग अलग क्षेत्रों में 750 से ज्यादा लीला मंचन करती है लेकिन प्रभु श्री राम का कार्य करने वाली इन सभी कमेटियों को हर वर्ष सरकारी विभागों की अफसरशाही, तानाशाही का शिकार होना पड़ता है, अपने पत्र में उन्होंने आगे लिखा कि इस समस्या का एक ही हल यह है लीला कमेटियों की सभी समस्याओं के निदान के लिए सरकार वन विंडो सिस्टम की व्यवस्था लागू करे जिससे लीला आयोजकों को इधर उधर न भटकना पड़े।