हरियाणा की भाजपा सरकार इस भीषण गर्मी में दिल्ली के हक का पानी रोक कर हमसे दुश्मनी निकाल रही है- संजय सिंह
सुषमा रानी
नई दिल्ली, 14 जून आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने हरियाणा सरकार द्वारा दिल्ली को उसके हक का पानी न देने पर भाजपा व दिल्ली में उसके सातों सांसदों को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों ने भाजपा के सातों सांसद जिताए हैं। इसके बाद भी हरियाणा की भाजपा सरकार दिल्ली के लोगों को सजा दे रही है। इतनी भीषण गर्मी में हरियाणा की भाजपा सरकार दिल्ली के हक का पानी रोककर हमसे दुश्मनी निकाल रही है।
पार्टी मुख्यालय में एक प्रेसवार्ता के दौरान मीडिया के प्रश्नों का जवाब देते हुए सांसद संजय सिंह ने कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का बयान, ऑर्गेनाइजर पत्रिका का लेख और अब इंद्रेश कुमार का बयान, इन तीनों बातों से साबित होता है कि अब आरएसएस और बीजेपी के बीच मां- बेटे का झगड़ा शुरु हो गया है। अब बेटे ने अपनी मां का त्याग करने और मां ने अपने बेटे को सबक सिखाने का अभियान शुरु कर दिया है। इसकी शुरुआत बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बयान से हुई थी। जिसमें उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की बीजेपी को आरएसएस की जरूरत थी, लेकिन मोदी जी की बीजेपी को आरएसएस की जरूरत नहीं है संघ का स्वयं सेवक अहंकारी नहीं होता है। इसके बाद आरएसएस प्रचारक इंद्रेश कुमार ने बयान दिया कि अहंकार के कारण जनता ने सबक सिखाया। इन तीनों बातों से साबित होता है कि विपक्ष के मुद्दे 100 फीसद सही थे।
सांसद संजय सिंह ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री से मणिपुर में शांति बहाली के लिए अपील की थी। पिछले 10 साल में बीजेपी में अहंकार के ढेरों लक्षण दिखे। कभी कांग्रेस की विधवा, जर्सी गाय, कभी केजरीवाल को बदनसीब, आतंकवादी, खालिस्तानी या अर्बन नक्सल, तो कभी 50 करोड़ की गर्ल फ्रेंड जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया। राजनीतिक लड़ाई के अलावा इन्होंने भाषा की सारी मर्यादा पार कर ली। प्रधानमंत्री ने मटन, मुगल, मदरसा, मुजरा जेसे शब्दों का इस्तेमाल किया।
सांसद संजय सिंह‘ ने कहा कि जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे’ गाने पर मोहन भागवत और इंद्रेश कुमार ने आपत्ति क्यों नहीं जताई?
संजय सिंह ने कहा कि आरएसएस को अपने स्वयं सेवकों से नरेंद्र मोदी का विरोध करने की अपील भी करनी चाहिए।
नीट परीक्षा में हुई गड़बड़ी पर सांसद संजय सिंह ने कहा कि यह नीट एग्जाम घोटाला है। इसके लिए केंद्र की मोदी सरकार सीधे तौर पर जिम्मेदार है इसकी जांच करके जिम्मेदार लोगों के प्रति कार्रवाई होनी चाहिए।