जावेद हुसैन (ब्यूरो चीफ यूपी)
उत्तरप्रदेश के गाज़ियाबाद का रहने वाला दिलशाद ड्राईक्लीन का काम करता था, कल पुलिस ने उसे एक केस में कस्टडी में लिया था, फिर अचानक उसकी फैमिली को पता चला कि उसकी लाश पोस्टमार्टम हाउस में है.
पुलिस ये कह रही है कि दिलशाद को कार से थाने लाया जा रहा था उसी दौरान दिलशाद ने थूकने के लिए गाड़ी से अपना सर बाहर निकाला था और साइड से कैंटर पर उसकी सर टकराई और मौत हो गई।
परिजनों ने पुलिस कस्टडी में मौत पर सवाल उठाये हैं।दिलशाद के परिजनों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है।दिलशाद की मां का कहना है की दरोगा ने उससे वर्दी मांगी थी जबसे वह वर्दी देने गया तभी से उसका कुछ पता नहीं है।उनका कहना है की वो चौकी में कई बार जा चुकी हैं लेकिन कोई सुराग नहीं मिला ज्यादा पूछताछ की तो एक थाने से दूसरे थाने को जाने को कहा आखिर में कहा की आप के लड़के की मौत हो चुकी है।पार्थिव शरीर पोस्टमार्टम के लिए गया हुआ है।