
आप और हम राष्ट्रीय भ्रष्टाचार अपराध मुक्ति संगठन, गठन की आवश्यकता हुई
उत्तर प्रदेश आगरा स्टार न्यूज टेलिविजन
आज हम कुछ विस्तार पूर्वक बताने का प्रयास करते है , साथ ही इस मिशन से जुड़ने के लिए आमंत्रित करते हैं
साथियों बात करते है लग भग 100 वर्ष पीछे की यानी ब्रिटिश हुकूमत की जिसने भारत को दोषों वर्षों से अधिक समय तक गुलाम बना कर रखा हमारे ही देश में हमारे भाइयों को कुचला और हालत गंभीर होते चले गए ,अंग्रेजों ने भारतीयों के साथ जानवरों जैसा व्यवहार करते रहे यह सब देश में ही कुछ जय चंदों की गद्दारी के कारण भारत देश की स्थिति बहुत गंभीर और नाजुक होती चली गई , देश के बड़े लीडर नेता जी सुभाषचंद्र बोस, महात्मा गांधी , सरदार बल्लभ भाई पटेल ,लाल लाजपत राय , आदि नेताओं ने देश में आंदोलन चला कर अंग्रेजों भारत छोड़ो जैसे नारे देकर लोगों में राष्ट्र के प्रति चिंगारी भरी समय ने करवट ली एक युवाओं की टोली का आगाज हुआ वह कोई और नहीं थे वह थे शहीद ए आजम सरदार भगत सिंह चंद्रशेखर आजाद, प रामप्रसाद बिस्मिल , अशफाक अल्ला खां सरदार ऊधम , सरदार करतार सिंह सराभा , राजगुरु ,सुखदेव , मंगल पांडे , बटुकेश्वर दत्त , नानाराव तात्या टोपे आदि अपनी वीरता ब्रिटिश हुकूमत की जड़ें खोखली कर दीं और वीरों ने अपनी शहादत देकर ब्रिटिश हुकूमत का अंत कर दिया इस तरह गुलाम भारत को आजाद भारत बनाया दोस्तो थोड़ा कहना बहुत समझना अगर वीरों की बहादुरी की दास्तां का बयां किया जाए तो डायरी के पन्ने कम पड़ जाएंगे , क्रांति के वीरों का सपना था आजाद भारत और कैसा बने आजाद भारत , आर्थिक रूप से संपन्न , सामाजिक समरसता , बौद्धिक सम्पन्नता , जाति भेदि भाव से मुक्त , स्वच्छ राजनीति , भ्रष्टाचार ,अपराध मुक्त भारत देश का निर्माण करना , यह था वीरों के सपनों का भारत
और आज आजाद भारत की आजाद सरकारों ने वीरों को क्या दिया एक उप नाम गुमनाम दिया मात्र 75 वर्षों में भुला दिया इसमें सरकारें दोषी नहीं वह हर मनुष्य दोषी है जो इनके सम्मान में उठी आवाज के साथ खड़ा नहीं हुआ ,
देश और बदलती विचार धारा को देखते हुए , आजाद भारत में क्रांतिकारी वीरों की शहादत को नमन करते एवं उनको भारत रत्न और शहीद का दर्जा दिलाने का बीड़ा उठाने के लिए , आप और हम राष्ट्रीय भ्रष्टाचार अपराध मुक्ति संगठन , नामक संस्था का गठन दिनांक 16 अप्रैल सन 2015 को पंजीकृत हुई
यह संगठन राष्ट्र एवं वीरों के प्रति पूर्ण समर्पित होकर , निरंतर भारत सरकार और राज्य सरकारों से इनको भारत रत्न और शहीद जैसे दर्जा दिलाने के साथ देश में संस्थानों के नाम वीरों के नाम पर रखें जाएं और इनकी वीरता को शिक्षा नीति में लागू कर स्कूल कॉलेजों में पढ़ाया जाए ताकि आने वाली पीढ़ियां वीरता की विरासत को संभाल सकें
अगर आप भी वीरों से इतना ही प्यार रखते हैं तो संगठन की मुहिम से जुड़कर आजाद भारत में एक ओर वीरों के सम्मान के लिए असहयोग आंदोलन की शुरुआत करें
राष्ट्रीय , राज्य , मंडल , जिला तहसील ,नगर , ब्लॉक स्तर तक पद के लिए दिए जा रहे व्हाट्सएप नंबर पर अपना आवेदन भेज सकते हो मो 8354000025