
पहली बरसात: रामनगरी मे फेल हुआ करोड़ों खर्च कर बना आधुनिक सीवर सिस्टम: गली हो या हाईवे चौतरफा पानी में तैर रहा ‘विकास’
स्टार न्यूज़ टेलीविजन
राकेश पाण्डेय
अयोध्या जिस रामनगरी को ‘सोलर सिटी’ बना देने की घोषणा हुई, जहाँ ‘फॉरेस्ट सिटी’ के नाम पर हरियाली के सपने दिखाए जा रहे है…वहां *बुधवार को हुई पहली ही बारिश में हकीकत पानी-पानी हो गई।
नगर निगम के दावे और बजट की गंगा बहती रही – लेकिन *सड़कों पर बहा तो बस गंदा पानी। नालियाँ सरयू से पहले ही उफना गईं, और रामपथ समेत तमाम इलाके ऐसे बहने लगे जैसे स्मार्ट सिटी नहीं, कोई “एडवेंचर वाटर पार्क” हो।
प्लास्टिक से भरे नाले, अधूरी ड्रेनेज लाइनें और ‘स्लोगन-सेवा’ में व्यस्त अधिकारी… सबने मिलकर ‘रेन वॉटर सिटी’ का ऐसा ब्रांड तैयार किया कि टूरिज़्म डिपार्टमेंट भी शर्म से पानी-पानी हो जाए।
बारिश क्या हुई, निगम की तैयारियों का मेकअप बह गया।अब जनता पूछ रही है सोलर-सिटी का सूरज तो निकला नहीं, लेकिन पानी में डूबती उम्मीदों का चाँद रोज दिख रहा है?
अधिकारियों से सवाल किया गया तो जवाब मिला– जलभराव से विकास नापिए, गहराई से!”क्या खूब तैर रही है रामनगरी.. सपनों में भी और पानी में भी।