दिल्ली सरकार के मदन मोहन मालवीय अस्पताल में औचक निरीक्षण करने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज
सुषमा रानी
नई दिल्ली, 20 जून दिल्ली के माननीय स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज जी ने मदन मोहन मालवीय अस्पताल का निरीक्षण किया और हीट स्ट्रॉक के मरीजों से मिले। उन्होंने अस्पताल में मरीजों की स्थिति और इलाज की व्यवस्था का जायजा लिया। स्वास्थ्य मंत्री ने चिकित्सकों से बातचीत कर गर्मी से बचाव के उपायों पर जोर दिया और अस्पताल में सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने अस्पताल में दवाई, पानी, बिजली और एयर कूलिंग की व्यवस्थाओं की भी समीक्षा की। साथ ही साथ उन्होंने जनता से भी अपील की, कि वे अधिक से अधिक गर्मी से बचने के उपाय अपनाएं।
औचक निरीक्षण के पश्चात पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हमने इस संबंध में कल दिल्ली पुलिस कमिश्नर को भी एक चिट्ठी लिखकर उनसे अपील की है, कि दिल्ली पुलिस कर्मी जो रात में पेट्रोलिंग करते हैं, यदि उन्हें इस प्रकार से कोई व्यक्ति सड़क पर कहीं बीमार नजर आता है तो दिल्ली पुलिस कर्मी उस व्यक्ति को अस्पताल तक पहुंचाने का कष्ट करें या हमारी एंबुलेंस सेवा को फोन करके इसकी जानकारी दें, ताकि उस व्यक्ति को अस्पताल तक पहुंचा जा सके और तुरंत प्रभाव से उसको उपचार दिया जा सके I उन्होंने बताया कि इस प्रकार के मरीजों की सहायता के लिए दिल्ली स्वास्थ्य मंत्रालय ने कैट्स एम्बुलेंस सर्विसेज को निर्देश जारी किए हैं, कि दिल्ली के 11 अलग-अलग जिला में पांच पांच एंबुलेंस की व्यवस्था की जाए, जो कि हीट स्ट्रोक से पीड़ित ऐसे ही मरीजों को तुरंत अस्पतालों तक पहुंचाने का काम करेंगी I खास तौर पर नाइट शेल्टर्स के आसपास ध्यान रखा जाए और इस तरीके का कोई भी मरीज यदि दिखाई दे तो तुरंत उसे अस्पताल में पहुंचाएं I
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली के सभी लोगों से गर्मी से बचने की अपील की I खास तौर पर ऐसे लोग जो फील्ड का काम करते हैं उदाहरण के तौर पर सिक्योरिटी गार्ड, मैकेनिक, मजदूर आदि सभी लोगों से गर्मी से बचने के पर्याप्त उपाय अपनाने की अपील की ।
हीट स्ट्रोक के मरीजों के संबंध में मौजूदा डाटा पत्रकारों के साथ साझा करते हुए मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया, कि मुझे मिली जानकारी के अनुसार बीते कुछ समय में हीट स्ट्रोक के लगभग 310 मरीज अस्पताल में भर्ती हुए, जिनमें से 112 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं I हीट स्ट्रोक के 14 मरीज जिनकी मृत्यु हुई, उनमें लगभग सभी को पहले से ही कोई ना कोई गंभीर बीमारी जैसे कैंसर या किडनी आदि की बीमारी थी, जिसकी वजह से उनकी स्थिति और अधिक बिगड़ गई और उनकी मृत्यु हो गई I