माननीय राष्ट्रपति दौपदी मुर्मु द्वारा पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय शारीरिक दिव्यांगजन संस्थान का दौरा
सुषमा रानी
दिनांक 20 जून, को दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के अधीनस्थ नई दिल्ली स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय शारीरिक दिव्यांगजन संस्थान का माननीय राष्ट्रपति दौपदी मुर्मु ने दौरा किया और दिव्यांग बच्चों से मुलाकात की। राष्ट्रपति महोदया ने संस्थान में मौजूद पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और साथ ही संस्थान के उद्यान में पौधारोपण किया। इस अवसर पर केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कमार, केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री बी.एल. वर्मा और दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के सचिव राजेश अग्रवाल मौजूद रहे। राष्ट्रपति मुर्मु ने संस्थान का दौरा करने के दौरान पी एंड ओ वर्कशॉप का निरीक्षण करते हुए नवीन तकनीक के माध्यम से कृत्रिम अंगों के निर्माण के बारे में जानकारी ली और इस कार्य की सराहना की। राष्ट्रपति महोदया ने संस्थान स्थित क्रॉस डिसेबिलिटी शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र का निरीक्षण कर वहां उपचार लेने आये बच्चों से भी मुलाकात की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि सुगम्य भारत अभियान के तहत सरकार द्वारा दिव्यांगजनों के जीवन को आसान और बेहतरीन बनाने का कार्य किया जा रहा है। वहीं दिव्यांगों की एक सशक्त पहचान के लिए बनाए जाने वाले UDID कार्ड से दिव्यांगों को सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ भी मिल रहा है। राष्ट्रपति महोदया ने कहा कि विभाग के अधीनस्थ आने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय शारीरिक दिव्यांगजन संस्थान द्वारा दिव्यांगता के क्षेत्र में जो कार्य किया जा रहा वह बेहद सराहनीय है। यहां पर दिव्यांग लोगों के उपचार के लिए दी जाने वाली विभिन्न थेरेपी बेहद कारगर हैं, साथ ही दिव्यांगों को सशक्त बनाने की दिशा में शिक्षा के माध्यम से जो कार्य किया जा रहा है वह बेहद सराहनीय है। राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे दिव्यांग बंधु किसी प्रकार से अन्य लोगों से कम नहीं हैं। देश और समाज अगर दिव्यांगजनों के प्रति समावेशी और संवेदनशील हो तो कहीं भी समस्या नहीं आती है। संस्थान की तारीफ करते हुए राष्ट्रपति महोदया ने कहा कि मैं संस्थान के सभी लोगों को बधाई देती हूं कि वह दिव्यांगों के जीवन में एक सकारात्मक बदलाव लाने के लिए बेहतरीन कार्य कर रहे हैं। आप सेवक नहीं हैं बल्कि वो लोग हैं जो दिव्यांगों को सुगम बनाने का कार्य कर रहे हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र कुमार ने कहा कि दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग देश में दिव्यांगों को सशक्त करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का लगातार प्रयास कर रहा है। हमारे प्रमुख राष्ट्रीय संस्थान भी दिव्यांगता के क्षेत्र में लगातार बेहतरीन काम कर रहे हैं। हमारे राष्ट्रीय संस्थानों द्वारा दिव्यांग बच्चों की देखभाल करने और उन्हें सहायक उपकरण प्रदान करने में बेहतरीन काम किया जा रहा है। भारत सरकार का हमेशा से यह लक्ष्य रहा है कि दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाकर उन्हें समाज की मुख्य धारा में जोड़ा जाए। इसी कड़ी में कौशल विकास कार्यक्रम के तहत हमारे राष्ट्रीय संस्थान द्वारा दिव्यांग बच्चों को कई प्रकार के कार्य सिखाए जा रहे हैं। हमें यह खुशी है कि हमारे इस कार्य में राष्ट्रपति महोदया का मार्ग दर्शन भी हमें मिल रहा है।
कार्यक्रम में संस्थान के विद्यार्थियों और दिव्यांग बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की गई। इस दौरान दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के संयुक्त सचिव राजीव शर्मा, संस्थान के निदेशक जीतेंद्र शर्मा, वरिष्ठ अधिकारीगण सहित दिव्यांग बच्चे व उनके अभिभावक मौजूद रहे।