जावेद हुसैन
पवित्र कुरान शरीफ जलाने के मामले में भारत समेत कई मुस्लिम देशों ने कड़ी निन्दा की थी। आईसीसी संगठन ने स्वीडन के समान के बहिष्कार की अपील की थी साथ ही मिश्र की मशहूर एल अज़हर यूनिवर्सिटी से ग्रैंड मुफ्ती साहब ने भी स्वीडन के सभी सामान को बहिष्कार करने की अपील की थी।मामला शांत हो गया था लेकिन आज 11 अगस्त को फिर इसी तरह का मामला सामने आया है दरअसल स्टॉकहोम पुलिस ने फिर एक बार कुरान शरीफ जलाने के अनुमति दे दी है जानकारी के मुताबिक 14 अगस्त को कुरान शरीफ जलाई जायेगी।
आखिर क्यों जलाई जा रही है पवित्र कुरान शरीफ?
स्वीडन में आपसी मतभेद को लेकर यहूदी समुदाय मुस्लिम समुदाय के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहा है हालांकि किसी भी समुदाय के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए उसके धार्मिक ग्रंथों का जलाना कतई भी उचित नहीं है।
स्वीडन की सरकार को इस बात का ध्यान देना चाहिए यही उनके देश में इस तरह की शर्मनाक हरकतें होंगी तो देश की अर्थव्यवस्था को भी काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है।