नई दिल्ली, 18 जून।
‘आप’ विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा ने भारतीय रेलवे सिस्टम का बेड़ागर्क कर दिया। भाजपा सरकार मूलभूत सुविधाएं तक मुहैया नहीं कर रही है। जनरल, स्लीपर क्लास और थर्ड टियर एसी डब्बों में कोई फर्क नहीं रहा। सभी खचाखच भरी रहती हैं। आज भी बहुत सारी ट्रेनों में खाने की व्यवस्था नहीं है। जिन ट्रेनों में खाने की व्यवस्था है तो अधिकतर लोग सोशल मीडिया पर खराब खाने की शिकायत करते हैं। ट्रेन सिग्नल सिस्टम इतना खराब है कि लाल बत्ती जलाओ तो पीली जल जाती है, पीली बत्ती जलाओ तो हरी जल जाती है, हरी बत्ती जलानी हो तो लाल जल जाती है। ऐसे में आए दिन ट्रेन हादसे होते हैं। ट्रेन संबंधी जानकारी के लिए इस देश में किसी भी रेलवे स्टेशन पर एक हेल्प डेस्क तक नहीं है। ट्रेनों के अंदर चोरी और बड़े-बड़े हादसों के मामले आए दिन सुनने को मिलते हैं। बहुत सारी ट्रेन अपने समय से ना चलकर लोगों को घंटों तक इंतजार करवाती हैं, घंटों तक आउटर में खड़ी रहती हैं।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता, राजेंद्र नगर के विधायक एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने रविवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा ने पूरे देश के रेलवे सिस्टम का बेड़ागर्क कर दिया है। रेलवे को किसी भी देश की लाइफ लाइन माना जाता है। किसी देश का रेलवे सिस्टम जितना शानदार होता है, उस देश की अर्थव्यवस्था भी उतनी ही शानदार होती है। हमारे देश के चौथी पास राजा ने एक-एक करके सारे संसाधनों और व्यवस्था को खत्म कर दिया है।
आज कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक, अरुणाचल प्रदेश से गुजरात तक, देश के किसी भी रेलवे स्टेशन पर चले जाइए, उस रेल के टॉयलेट में पानी नहीं मिलेगा। टॉयलेट गंदा मिलता है। 70 से 80% टॉयलेट में कुंडी नहीं है। लोगों को दरवाजे को हाथ से पकड़कर रखना पड़ता है। आज देश की किसी भी जनरल बोगी में चले जाएं, 90-100 अधिकृत सीटें होती हैं लेकिन खराब सिस्टम के कारण 500 से ज्यादा लोग उसमें सफर करते हैं। लोग सामान रखने की जगह पर बैठ जाते हैं, एक सीट पर तीन-तीन लोग सोते हैं। स्लीपर बोगी में जहां 72 सीटें होती हैं, आज वहां 300 से ज्यादा लोग सफर करते हैं। जिसके कारण वहां चलने तक की जगह नहीं बचती है। थर्ड टियर एसी की स्थिति भी जनरल डब्बे जेसी हो गई है।
दुर्गेश पाठक ने कहा कि दूसरा, आमतौर पर लोग ट्रेन में औसतन 5-6 घंटों का सफर करते हैं। इस दौरान लोगों को चाय-पानी की जरूरत पड़ती है। आज भी बहुत सारी ट्रेनों में खाने की व्यवस्था नहीं है। लोगों को इंतजार करना पड़ता है कि अगले स्टेशन पर खाना खाएंगे। अगले स्टेशन पर खिड़की के बाहर से कोई खाना पकड़ा देता है। वह खाना बिल्कुल अच्छा नहीं होता है। जिन ट्रेनों में खाने की व्यवस्था है तो अधिकतर लोग सोशल मीडिया पर शिकायत करते हैं कि ट्रेन के खाने में बदबू आती है, बासी सब्जी मिली है, खाने में कीड़ा निकला है। ऐसे में खाने का सिस्टम भी पूरी तरह से खराब है।
आज भी झंडा दिखाकर ट्रेन को आगे बढ़ने का सिग्नल दिया जाता है क्योंकि सिग्नल की बत्तियां काम नहीं करती हैं। लाल बत्ती जलाओ तो पीली जल जाती है, पीली बत्ती जलानी हो तो हरी जल जाती है, हरी बत्ती जलानी हो तो लाल जल जाती है। ऐसे में बहुत सारे ट्रेन हादसे होते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों की बहुत सारी जगहों पर जहां पर ट्रेन और रोड का संगम होता है, वहां बैरिकेट्स नहीं होते हैं। लोग ट्रेन की आवाज सुनकर हिसाब लगाते हैं कि ट्रेन कितनी दूर है। इससे स्पष्ट है कि सुरक्षा के नाम पर कितना काम हो रहा है।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से लेकर देश के किसी भी रेलवे स्टेशन को देख लो, हर रेलवे स्टेशन की स्थिति खराब है। सफाई नहीं है, लोगों की भारी भीड़ लगती है, कोई हेल्प डेस्क नहीं है। दिल्ली देश की राजधानी है, आप नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर चले जाइए, अगर आपको किसी ट्रेन की जानकारी चाहिए तो इस देश में किसी भी रेलवे स्टेशन पर एक हेल्प डेस्क तक नहीं है।
‘आप’ नेता ने कहा कि ट्रेन का सफर बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं रहा है। लोग कहीं से भी ट्रेन में चल जाते हैं। एक खबर आई थी कि एक व्यक्ति ने ट्रेन में सबको चाय पिलाई और सभी लोग बेहोश हो गए। इस प्रकार चोरी और अलग-अलग हादसों की की खबरें आए दिन सुनने को मिलती हैं। पुलिस तो छोड़ो, किसी भी बोगी में एक होमगार्ड तक नहीं है। इसके अलावा बहुत सारी ट्रेनों का इतना बुरा हाल है कि वह कभी समय पर नहीं चलती है। लोगों को निर्धारित समय से घंटो तक इंतजार करना पड़ता है। कई-कई घंटों तक गाड़ी आउटर पर खड़ी रहती है। आज एक चौथी पास राजा ने भारतीय रेलवे को अभिशाप बना दिया है। भाजपा सरकार ट्रेनों में मूलभूत सुविधाएं भी मुहैया नहीं करा पा रही है।