08 अगस्त, नई दिल्ली (सुषमा रानी)महिला एवं बाल-विकास मंत्री आतिशी ने मंगलवार सुबह लक्ष्मी नगर स्थित केजरीवाल सरकार के आंगनवाड़ी सेंटर का दौरा किया। विजिट के दौरान डब्ल्यूसीडी मंत्री ने केंद्र में बच्चों और आंगनवाड़ी वर्कर्स से बातचीत की, एक्टिविटीज़ में भाग लिया तथा वहाँ मौजूदा सुविधाओं की पड़ताल की। मंत्री आतिशी ने यहाँ बच्चों को मिल रहे भोजन की स्वयं खाकर जाँच भी की और अधिकारियों को बच्चों के पसंद के अनुसार न्यूट्रिशियश मेन्यू तैयार करने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को केजरीवाल सरकार द्वारा हाल में ही लॉंच किए गये खेल पिटारा किट का बच्चों की लर्निंग पर क्या प्रभाव रहा है उसका इंपैक्ट स्टडी करने का भी निर्देश दिया।
मंत्री आतिशी ने कहा कि, अपने स्कूलों को शानदार बनाने के बाद अब केजरीवाल सरकार अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन को वर्ल्ड-क्लास बनाने की दिशा में काम कर रही है। हम अपनी आंगनवाड़ियों को उस हर ज़रूरी सुविधा से लैस कर रहे है जो बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक बने। साथ ही इस दिशा में सरकार आंगनवाड़ी वर्कर्स के लिए ख़ास ट्रेनिंग भी डिज़ाइन कर रही है।
विजिट के दौरान डब्ल्यूसीडी मंत्री ने पाया कि सेंटर पर साफ़-सफ़ाई का पूरा ध्यान रखा गया है। आंगनवाड़ी के हर हिस्से को इस प्रकार व्यवस्थित किया गया है ताकि वो बच्चों की लर्निंग का हिस्सा बने। साथ ही बच्चे की लर्निंग के लिए खेल पिटारा किट का भी अच्छे से इस्तेमाल किया जा रहा है। लंच के दौरान बच्चों में हाथ धोने की अच्छी आदत विकसित की गई है। ये सब देखते हुए डब्ल्यूसीडी मंत्री ने आंगनवाड़ी वर्कर्स की सराहना की।
साथ ही उन्होंने अधिकारियों को आंगनवाड़ी की दीवारों को और कलरफ़ुल बनाने और उसपर बच्चों के अनुकूल पेंटिंग बनाने के निर्देश दिये। और इस पूरी प्रक्रिया में कम्यूनिटी और स्कूली बच्चों को शामिल करने की बात कही।
बातचीत के दौरान आंगनवाड़ी वर्कर्स ने कहा कि सरकार द्वारा आंगनवाड़ी का रंग-रूप बदला गया है और यहाँ सभी ज़रूरी सुविधाएँ सुनिश्चित की जा रही है। ऐसे में आंगनवाड़ी के बदले स्वरूप से आसपास के लोग काफ़ी खुश है और अपने बच्चों को इस आंगनवाड़ी में भेजने के लिए काफ़ी उत्सुक है।
आंगनवाड़ी वर्कर्स को प्रोत्साहित करते हुए डब्ल्यूसीडी मंत्री आतिशी ने कहा कि, हमारी आंगनवाड़ियों में समझ के सबसे ज़रूरतमंद तबके से बच्चे आते है और अधिकांश बच्चे फ़र्स्ट जनरेशन लर्नर होते है। ऐसे में ये आंगनवाड़ी वर्कर्स की ज़िम्मेदारी है कि इन बच्चों को यहाँ सीखने का सकारात्मक माहौल मिले और वो बिना किसी डर-भय के ख़ुशी के साथ सीखते हुए यहाँ अपनी बुनियादी समझ को मज़बूत कर सके। उन्होंने कहा कि ये बच्चे देश का भविष्य है और इन्हें आकार देने का काम आंगनवाड़ी वर्कर्स का है।