महिला सशक्तिकरण को प्रदर्शित करने वाला उत्सव सरस फूड फेस्टिवल
दिल्ली वालों को भा रहा उत्तर प्रदेश का मशहूरआलू-टिक्की-पापड़ी-खस्ता-चाट
नई दिल्ली (सुषमा रानी )सरस फूड फेस्टिवल में वैसे तो इक्कीस राज्यों के लजीज व्यंजन दिल्ली वालों को लुभा रहा है, लेकिन इसमें भी उत्तर प्रदेश का मशहूर चाट लोगों को काफी पसंद आ रहा है। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले से आई हुईं जय गंगे मां स्वयं सहायता समूह की सरोजिनी बताती हैं कि उनके स्टॉल नंबर 14 पर उत्तर प्रदेश के मशहूर आलू-टिक्की-पापड़ी-खस्ता-चाट यहां के लोगों को काफी पसंद आ रहा है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा भी उनके स्टॉल पर मलाई लड्डू, गुलाब जामुन, दही गुजिया, मावा गुजिया, आलू पराठा, पनीर पराठा, छोले-पनीर-भटोरे, मिक्स पकौड़े समेत तमाम लजीज व्यंजन उपलब्ध हैं। सरोजिनी का कहना है कि उनके स्टॉल पर दिन भर लोगों की भीड़ लगी होती है। वहीं, गुजरात के नर्मदा जिले से आई हुईं आरती सखी मंडल स्वयं सहायता समूह की मीना बेन गोविंद भाई वसावा बताती हैं कि उनके स्टॉल नंबर 27 पर फाफड़ा, जलेबी, खमन, गोटा, बाजरे की रोटी, बैंगन का भरता, गुजराती थाली, पातरा समेत तमाम गुजराती व्यंजन हैं, जिसे यहां के लोगो काफी पसंद कर रहे हैं।
ज्ञात हो कि स्वाद और संस्कृति का संगम सरस फूड फेस्टिवल एक दिसंबर से सत्रह दिसंबर तक दिल्ली के दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस के बाबा खड़क सिंह मार्ग पर आयोजित किया जा रहा है। सरस फूड फेस्टिवल में लोगों को देश भर के खाने एक ही जगह पर मिल रहे हैं। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय एवं राष्ट्रीय ग्रामीण विकास व पंचायती राज संस्थान (NIRDPR) द्वारा आयोजित इस फेस्टिवल में राजधानी के लोगों को भारतीय संस्कृति व खान पान की झलक दिखाई दे रही है। सरस फूड फेस्टिवल के तहत देश भर के 21 राज्यों की संस्कृति और स्वाद के संगम के संगम से न केवल रूबरू हो रहे हैं बल्कि इन राज्यों के सामाजिक ताने बाने के बारे में भी जान रहे हैं और वहां की प्रसिद्ध व्यंजनों से परिचित हो रहे हैं और उसका स्वाद भी ले रहे हैं। यह राजधानी का एक लोकप्रिय उत्सव है जिसमें न केवल दिल्ली बल्कि दिल्ली के बाहर के लोग भी विभिन्न राज्यों के व्यंजन चखने और उसे कैसे बनाते हैं यह जानने के लिए आते हैं। दूसरी बार सरस फूड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है।
यह सरस फूड फेस्टिवल महिला सशक्तिकरण का अनूठा उदाहरण है जो देश की राजधानी का हृदय कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में आयोजित हो रहा है। इसका उद्देश्य न केवल देश की खाद्य संस्कृति से लोगों को परिचित कराना है बल्कि अन्य ग्रामीण महिलाओं को प्रेरित करना भी है। मंत्रालय द्वारा यह प्रयास वृहद स्तर पर आयोजित होता है। मुफ्त है प्रवेश 17 दिसंबर तक l