हमको मालूम है के हम UCC (यूनिफाॅर्म सिविल कोड) का जितना भी विरोध करेंगे, आरक्षण पर हमला बतायेंगे, धार्मिक आजादी खत्म होने की बात कहेंगे, लोकतंत्र और संविधान से छेड़-छाड़ कहेंगे, गरीब दलित, पिछड़ा और पसमांदा समाज और परेशान होगा बोलेंगे, फिर भी ये UCC को लागू करेंगे, जानते हैं किया कहकर के, के हम एक देश एक कानून बनाने जा रहे हैं, वो ये भी कहेंगे विपक्ष की पार्टियां और मुस्लिम समुदाय भाजपा के इस तथाकथित कारनामे को रोकना चाहते हैं, बहुसंख्यक भाईयों की भावनाओं से खेलेंगे, भड़कायेंगे और 2024 का चुनाव जीतने के लिए आपका वोट लेंगे। लेकिन ये न बेरोजगारी पर बात करेंगे, न महंगाई पर बात करेंगे न संविधान की धज्जियाँ उड़ाने पर बात करेंगे, न गरीब दलित पिछड़ा वर्ग के लोगों को मंदिर में पूजा करने से रोके जाने पर बात करेंगे, ये सिर्फ आपकी भावनाओं को भड़का कर हिन्दू-मुस्लिम, मंदिर-मस्जिद करके सिर्फ सत्ता और वोट की बात करेंगे। देश बर्बाद हो जाए, कमजोर हो जाए लोकतंत्र खत्म हो जाए इससे इन्हें कोई मतलब नहीं। खैर इनकी मर्जी ये जो चाहें करें और कर ही रहे हैं, लेकिन हम देश की रक्षा, देश के संविधान, लोकतंत्र को बचाने और 140 करोड़ लोगों की भावनाओं के सम्मान में साम्प्रदायिक शक्ति के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे, लड़ते रहेंगे और UCC का विरोध करते रहेंगे। हम भारत जैसे लोकतांत्रिक देश को चंद अंग्रेजों के गुलामों और दलालों के हाथों बर्बाद होने नहीं देंगे।
जय हिंद, जय भारत, जय भारत की जनता…!!!
आपका
*नजरे आलम*
अध्यक्ष
ऑल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवाँ