नई दिल्ली । पूर्वी जिले की एंटी नारकोटिक्स स्क्वाड और एएटीएस की संयुक्त टीम ने चार लोगों को गिरफ्तार कर मंडावली इलाके में हुई
72 वर्षीय महिला की हत्या की गुत्थी सुलझा ली। आरोपियों ने मृत महिला की संपत्ति हड़पने के लिए उसकी हत्या की थी और शस्त्र अधिनियम से बचने के लिए उन्होंने अपराध के हथियार के रूप में सुआ को चुना था। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि अपराध करने से पहले उन्होंने अपराध करने के लिए यूट्यूब पर कई वीडियो भी देखे।पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में डीसीपी अमृता गुगुलोथ ने बताया कि20 जून को रेलवे पुलिया मंडावली के नीचे एक महिला को चाकू मारे जाने के संबंध में एक पीसीआर कॉल आई। मैक्स अस्पताल, आईपी एक्सटेंशन में उसे मृत घोषित कर दिया गया।
मामले को सुलझाने के लिए एक टीम बनाई गई। टीम द्वारा सैकड़ों कैमरों के सीसीटीवी फुटेज और कई नंबरों के सीडीआर का विश्लेषण किया गया और अंततः तीन आरोपी व्यक्तियों की पहचान की गई। तकनीकी निगरानी के आधार पर टीम ग्राम रिठौज, थाना भोंडसी, गुरुग्राम, हरियाणा गई और ट्यूबवेल के पास एक कमरे से तीन आरोपियों मोनू डेढ़ा उर्फ चाचा, सार्थक नागर उर्फ लड्डू और पुष्पेंद्र यादव उर्फ अइया को पकड़ लिया गया। निरंतर पूछताछ के दौरान सभी आरोपियों ने अपना अपराध कबूल कर लिया और खुलासा किया कि आरोपी मोनू डेढ़ा को पता चला कि सुधा गुप्ता नाम की एक महिला के पास मंडावली इलाके में कई भूखंड हैं, अगर वे महिला को मार देते हैं तो वे महिला की सारी संपत्ति हड़प सकते हैं। ।
जांच के दौरान एक आरोपी विकास उर्फ लाला, जिसने अपराध को अंजाम देने के बाद सभी अपराधियों को गुरुग्राम, हरियाणा पहुंचाया था, को भी 22 जून को गिरफ्तार किया गया है और उसकी निशानदेही पर अपराधियों के परिवहन में इस्तेमाल की गई कार भी बरामद की गई है।