यूपी में अंडे का नया कानून को लेकर उत्तर प्रदेश और हरियाणा के किसान आमने सामने।
जावेद हुसैन (ब्यूरो चीफ)
उत्तर प्रदेश में शासन द्वारा लाया गया नया कानून जिसमे के प्रदेश में दूसरे राज्यों से आने वाला अंडा वातानुकूलीन वाहन से ही आएगा को लेकर यूपी और हरियाणा के किसान एक दूसरे के आमने सामने हैं।दरअसल ये भारत में पहले बार है की किसी राज्य ने यह फैसला वगैर ट्रेडर के मशवरे से ऐसा कानून पास किया है जिसमे दूसरे राज्यों समेत उत्तर प्रदेश के छोटे ट्रेडर्स को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।लगातार हरियाणा और पंजाब के अंडा उत्पादन किसान सरकार से अपील कर रहे हैं को यह फैसला वापस लिया जाए।
स्टार न्यूज़ की टीम से बात करते हुए कुटैल के एक किसान का कहना है की उत्तर प्रदेश में लगभग 60 फीसदी अंडा हरियाणा पूर्ति करता है लेकिन इस कानून के बाद उनका अंडा फर्मों पर रुकना और सड़ना शुरू हो गया है।अगर यूपी सरकार ने ये कानून वापस नही लिया तो वो भी अपने बॉर्डर पर यूपी से आने वाली फसल जैसे खरबूजा,गेंहू,तरबूज इत्यादि को हरियाणा और पंजाब आने से रोकेंगे।आगे किसान का कहना है की आखिर इस कानून की जरूरत ही क्यों पड़ी कोई भी काम ऐसा नहीं है जिसमे मंदा न आता हो ओर अंडा ज्यादातर रमजान और नवरात्र के दिनो यानी लगभग 2 महीने तक बिल्कुल सुस्त रहता है इसका ये मतलब नहीं की अपने स्वार्थ के लिए अन्य राज्यों के किसानों का शोषण हो।साथ ही उन्होंने हरियाणा की खट्टर सरकार से भी इस मुद्दे पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात करके मसला हल करने की अपील की है।