नारी न्याय’ के रूप में सामाजिक सशक्तिकरण , राजनीतिक सशक्तिकरण , महिलाओं की गरिमा दिलाने के लिए महिला कांग्रेस दृढ़ संकल्प – पुष्पा सिंह
सुषमा रानी
दिल्ली प्रदेश महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा सिंह ने आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकार वार्ता में कहा कि हमारे नेता श्री राहुल गांधी जी इस समय ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पर हैं, जहां वह सभी पृष्ठभूमि के हज़ारो लोगों से मिल रहे है और नारी न्याय की आवाज़ उठा रहे है वही महिला कांग्रेस भी लगातार महिलाओं तक पहुंच कर उनके विचार सुन रहे हैं और हमें अलग-अलग सुझाव मिले हैं और हम ‘नारी न्याय’ के रूप में अपनी मांगों को रेखांकित कर रहे हैं। ये हैं हमारी मुख्य मांगें-
आर्थिक सशक्तिकरण
महंगाई/ मूल्य वृद्धि – लगातार महंगाई और इसे नियंत्रित करने में सरकार की विफलता, समान काम के लिए समान वेतन , इसके अलावा कृषि और वेतनभोग में लगी महिलाए मांग क सामाजिक सशक्तिकरण होना चाहिए ।
स्वास्थ्य देखभाल/प्राथमिक प्रसव केंद्र – कांग्रेस शासन के दौरान, गांवों में खोले गए अधिकांश प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अब या तो बंद हो गए हैं या बिना किसी मेडिकल स्टाफ के संचालित हो रहे हैं। महिलाओं के लिए बुनियादी स्वास्थ्य देखभाल ढांचे का पूरी तरह से अभाव है और भारत में 15 से 49 वर्ष की आयु की अधिकांश 57% महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं। इसके अलावा गांवों में प्रसव केंद्रों की कमी का मतलब है कि महिलाओं को प्रसव के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है,
शिक्षा – कांग्रेस ने सभी के लिए मुफ्त प्राथमिक शिक्षा शुरू करने में मदद की और आईआईटी और आईआईएम सहित कई प्रतिष्ठित संस्थान स्थापित किए।
स्वच्छता/शौचालय – भारत में अधिकांश महिलाएं शौचालयों और स्वच्छता सुविधाओं की कमी के कारण सार्वजनिक स्थानों पर नहीं जा पाती हमारी मांग है कि शहरों और गांवों में हर 5 किलोमीटर की दूरी पर महिलाओं के लिए मुफ्त सार्वजनिक शौचालय स्थापित किए जाएं।
राजनीतिक सशक्तिकरण
राजनीतिक प्रतिनिधित्व – कांग्रेस ने पंचायत स्तर पर महिलाओं के लिए आरक्षण प्रदान करने वाला पंचायती राज अधिनियम लाया, जिससे जमीनी स्तर पर लाखों महिलाओं को प्रतिनिधित्व मिला।
हिंसा के खिलाफ संरक्षण और न्याय की आवश्यकता – भाजपा सरकार ने महिलाओं के खिलाफ सबसे जघन्य अपराध करने वालों की रक्षा करके, बिलकिस बानो मामले में अपराधियों को रिहा करने, मणिपुर मामले में बहरा कर देने वाली चुप्पी के साथ, न्याय के लिए महिलाओं की लड़ाई पर एक शैतानी रुख दिखाया है। महिला पहलवान मामले में बीजेपी सांसद को बचाना ताजा मामला है। हम भाजपा की महिला नेताओं सहित सरकार से मांग करते हैं कि महिलाओं के खिलाफ लगातार हो रहे अन्याय के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया जाए, जिसमें महिलाओं के खिलाफ इस्तेमाल की जाने वाली अपमानजनक भाषा और सड़कों और ऑनलाइन पर बेरोकटोक ट्रोल संस्कृति के खिलाफ प्रभावी कदम उठाए जाएं।
महिलाओं की गरिमा – भाजपा के शासनकाल के दौरान, हमने महिलाओं की गरिमा का लगातार उल्लंघन होते देखा है यह सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं कि सभी नागरिकों की तरह महिलाओं को भी उनके निजी जीवन के सभी पहलुओं में संवैधानिक सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने कहा कि महिला कांग्रेस इस देश के संवैधानिक मूल्यों और उन महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो इस देश की आधी आबादी हैं लेकिन जिनके मुद्दे पूरे देश को प्रभावित करते हैं।