लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस भाजपा सांसदों के वादों बनाम प्रदर्शन की विफलताओं को उजागर करेगी : अरविंदर सिंह लवली
सुषमा रानी
नई दिल्ली, 17 जनवरी, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर आज अपने आवास पर सभी जिला अध्यक्षों की बैठक बुलाई। उन्होंने कहा कि जिला अध्यक्षों का आह्वान किया कि लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रत्येक बूथ पर पूरी तरह सक्रिय होकर तैयारी करनी होगी। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में सातों भाजपा सांसदों द्वारा जनहित में कोई काम नही किया और उनकी कार्यशैली में पूर्ण निष्क्रियता रही। उन्होंने कहा की लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस भाजपा सांसदों के वादों बनाम प्रदर्शन की विफलताओं को उजागर करेगी तथा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इनकी निष्क्रियता और दोहरे मापदंड की नीति को उजागर करना होगा क्योंकि भाजपा सांसदों ने गरीब, मध्यम वर्ग व निम्न वर्ग के लिए कोई काम नहीं किया गया है।
बैठक में शामिल होने वाले जिला अध्यक्षों में पूर्व विधायक सुरेंद्र कुमार, जुबैर अहमद, मदन खोरवाल, गुरुचरण सिंह राजू, एडवोकेट दिनेश कुमार, राजेश चौहान, सतबीर शर्मा, धर्मपाल चंदेला, मनोज यादव, मिर्जा जावेद अली, आदेश भारद्वाज सहित एमसीडी में सदन के पूर्व नेता जितेंद्र कुमार कोचर, अमित मलिक, पूर्व निगम पार्षद जय किशन शर्मा, सुनील वोहरा, जय करण चौधरी, लक्ष्मण रावत, राजीव शर्मा और हरनाम सिंह शामिल थे।
लवली ने कहा कि अब समय आ गया है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर काम करने के लिए पूरी ताकत से सड़कों पर उतर कर भाजपा सांसदों तथा अन्य निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को बेनकाब करना चाहिए, जिन्होंने वोट पाने के लिए लोगों से झूठे वादे किए
लवली ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दिल्ली के लोगों को बताना होगा कि पिछले 9 वर्षों में संकट की घड़ी में दिल्ली के सातों भाजपा सांसदों ने उन्हें निराश किया और धोखा दिया है। कोविड-19 महामारी के दौरान जब राजधानी में मौत का तांडव मचा हुआ था, हजारों लोग मेडिकल ऑक्सीजन, अस्पताल में बेड, दवाओं, एम्बुलेंस आदि की कमी के कारण मर गए, तब भाजपा सांसद और उनके नेता अपने घरों के अंदर बंद रहे, परंतु कांग्रेस कार्यकर्ताओं अपनी जान जोखिम में डालकर संकट में दिल्ली के लोगों की मदद करने के लिए सड़कों पर निकल उतरे थे। उन्होंने कहा कि चाहे विनाशकारी वायु प्रदूषण हो, बाढ़ हो, महंगाई और बेरोजगारी हो, पिछले वर्षों में केंद्र और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में भाजपा की सरकार होने के बावजूद भाजपा सांसदों ने दिल्लीवासियों की समस्याओं को हल करने के लिए कुछ नहीं किया।