माफ़िया अतीक़ अहमद और अशरफ़ की हत्या में यूपी पुलिस की एसआईटी ने दाखिल की चार्जशीट
राकेश पाण्डेय
लखनऊ: बीते 15 अप्रैल को हुई माफ़िया अतीक़ अहमद और उनके भाई अशरफ़ अहमद की खुलेआम हत्या मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस की एसआईटी ने चार्जशीट दाख़िल कर दी है.
सीजीएम अदालत में दाख़िल इस चार्जशीट में तीन अभियुक्त- लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्या पर अतीक़ और अशरफ़ अहमद की हत्या और उसके षडयंत्र के आरोप से जुड़े सबूत कोर्ट के सामने साझा किए और केस डायरी भी जमा की है.
पुलिस ने फ़िलहाल तीनों अभियुक्तों के ख़िलाफ़ हत्या, हत्या का प्रयास, साज़िश, धोखाधड़ी की धाराओं में अदालत में चार्जशीट दाखिल की है.
उत्तर प्रदेश पुलिस के सूत्रों के मुताबिक़, इस हत्याकाण्ड का मुख्य षडयंत्रकारी अभियुक्त सनी था, जिसने लवलेश और अरुण मौर्य को इस घटना को साथ अंज़ाम देने के लिए तैयार किया.
एसआईटी ने अपनी जाँच में क्राइम सीन रिक्रिएट करवाने और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तीनों अभियुक्तों के मूवमेंट को साबित किया.
सूत्रों के मुताबिक़, इसमें बरामद तीन पिस्तौल जिसमें दो टर्की की पिस्तौलें थीं, उनकी बैलिस्टिक जाँच की रिपोर्ट भी कोर्ट को सौंपी गई है.
तीनों के मोबाइल फ़ोन भी बरामद हुए थे, जिसके आधार पर सर्विलांस से सबूत इकट्ठा किए गए. पुलिस सूत्रों के मुताबिक़, सनी मुख्य प्लानर था और उसी ने जितेंद्र गोगोई गैंग से बंदूक़ें लीं.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक़, तीनों अभियुक्त अतीक और अशरफ़ की आवाजाही मीडिया में लाइव कवरेज के माध्यम से ट्रैक कर रहे थे और ऐसा वो हत्या के पाँच दिन पहल से कर रहे थे.
सूत्रों का यह भी कहना है कि जिस दिन हत्या की गई, उस दिन भी वो मौक़े पर दो से तीन घंटे पहले पहुँच गए थे और हत्या के ठीक पहले सनी ने सभी के फ़ोन का सिम तुड़वा दिया था.