सुषमा रानी
नई दिल्ली। आज बुधवार को तीस हजारी कोर्ट परिसर में दोपहर लगभग 1:35 पर गोली चलने की घटना से सनसनी फैल गई। घटना की सूचना मिलते ही मौका ए वारदात पर पुलिस पहुंची तो पता चला कि पदाधिकारियों सहित वकीलों के समूह के दो अलग-अलग समूहों ने कथित तौर पर हवा में गोलीबारी की थी और कोई भी घायल नहीं हुआ था।
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक, गोलीबारी की ये घटना बुधवार दोपहर 1:35 पर हुई है। पता चला है कि पदाधिकारियों सहित वकीलों के समूह के दो समूहों ने कथित तौर पर हवा में फायरिंग की थी और इसमें कोई भी घायल नहीं हुआ था। मामले में पुलिस और तफ्तीश कर रही है फिलहाल इस मामले में किसी की कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
दिल्ली के अंदर कोर्ट के अंदर फायरिंग का मामला नया नहीं है अब से पहले भी कोर्ट परिसर में इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। गौरतलब है कि साकेत कोर्ट परिसर में कोर्ट में आई एक महिला को गोली मार दी गई थी। वकील के यूनिफॉर्म में आए आरोपी ने महिला के ऊपर कई राउंड फायरिंग की। कोर्ट में हुई इस वारदात ने एक बार फिर दिल्ली की अदालतों की सुरक्षा व्यवस्था को ‘कटघरे’ में खड़ा कर दिया है।
तीस हजारी कोर्ट में वकीलों के बीच झड़प के बाद फायरिंग का दिल्ली बार काउंसिल ने संज्ञान लिया, वकील मनीष शर्मा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। घटना का दिल्ली बार काउंसिल (बीसीडी) ने खुद संज्ञान लिया है। वायरल वीडियो में हवा में फायरिंग करते हुए और गाली देते हुए सुनाई और दिखाई दे रहे वकील मनीष शर्मा का बार का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट नितिन अहलावत ने बताया कि बीसीडी ने मनीष शर्मा को एक पत्र के जरिये लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की सूचना दी है। बीसीडी ने कहा है कि मनीष शर्मा एक वकील होकर कोर्ट परिसर में गोली चलाते हुए दिख रहे हैं। इस घटना पर बीसीडी के चेयरमैन ने रूल 42 चैप्टर 4 के तहत मिले अधिकारों के तहत मनीष शर्मा का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। बीसीडी ने मनीष शर्मा को 8 जुलाई को इस घटना पर सफाई देने के लिए दफ्तर में तलब किया है।