दिल्ली वक्फ बोर्ड में कथित अनियमितताओं से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच में आरोप पत्र दायर
सुषमा रानी
प्रवर्तन निदेशालय ने आज यानि मंगलवार (9 जनवरी) को आम आदमी पार्टी (AAP) विधायक अमानतुल्ला खान की अध्यक्षता के दौरान दिल्ली वक्फ बोर्ड में कर्मचारियों की भर्ती और संपत्तियों को पट्टे पर देने में कथित अनियमितताओं से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच में आरोप पत्र दायर कर दिया है।आरोप पत्र में पांच लोगों का उल्लेख है, जिनमें अमानतुल्ला खान के तीन दोस्त: जीशान हैदर, दाउद नासिर और जावेद इमाम सिद्दीकी शामिल हैं। इन तीनों को एजेंसी ने नवंबर 2023 में गिरफ्तार किया था।
दिल्ली विधानसभा में ओखला निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले 49 वर्षीय विधायक खान को आरोपी के रूप में नामित नहीं किया गया है। एजेंसी ने पिछले साल अक्टूबर में खान और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ छापेमारी के बाद दावा किया था कि आम आदमी पार्टी (AAP) विधायक अमानतुल्ला खान ने दिल्ली वक्फ बोर्ड में कर्मचारियों की अवैध भर्ती से नकदी के रूप में “अपराध की बड़ी रकम” अर्जित की और इसे अपने सहयोगियों के नाम पर अचल सम्पत्तियाँ खरीदने के लिए निवेश किया। ED ने एक बयान में कहा कि, यह तलाशी दिल्ली वक्फ बोर्ड में कर्मचारियों की अवैध भर्ती और 2018 से 2022 के दौरान अमानतुल्ला खान द्वारा बोर्ड की अध्यक्षता के दौरान वक्फ बोर्ड की संपत्तियों को गलत तरीके से पट्टे पर देकर अवैध व्यक्तिगत लाभ से संबंधित मामले में की गई थी।
मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सीबीआई की FIR और दिल्ली पुलिस की तीन शिकायतों से उपजा है। ED ने कहा कि, खान ने उक्त आपराधिक गतिविधियों से नकद में बड़ी रकम अर्जित की और इस नकद राशि को अपने सहयोगियों के नाम पर दिल्ली में विभिन्न अचल संपत्तियों की खरीद में निवेश किया गया था। इसमें कहा गया था कि छापे के दौरान भौतिक और डिजिटल साक्ष्य के रूप में कई “अपराधी” सामग्रियां जब्त की गईं, जो मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध में खान की भूमिका का “संकेत” देती हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि आप को खत्म करने के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है और कहा था कि पार्टी नेताओं के खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए जा रहे हैं।