आगरा नगर निगम में फल फूल रहा है भ्रष्टाचार का वृक्ष
स्टार न्यूज़ टेलीविजन आगरा।
आगरा नगर निगम भ्रष्टाचार के लिए पूर्व से ही बेहद बदनाम रहा है। यह कहना गलत नहीं होगा कि नगर निगम की प्रत्येक शाख पर उल्लू बैठे हैं। सूत्रों के अनुसार आगरा नगर आयुक्त की अगुवाई में नगर निगम में खुलेआम भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है। कल दोपहर नगर निगम में विजिलेंस की टीम द्वारा नगर निगम की कर निरीक्षक शिप्रा गुप्ता को 100000 की रिश्वत लेते मय सबूत गिरफ्तार किया गया जबकि उस समय नगर आयुक्त वहां अपने कार्यालय में उपस्थित थे। नगर निगम में भ्रष्टाचार इस तरह से हावी हो चुका है कि विजिलेंस विभाग को पूरी तरह हस्तक्षेप करना पड़ रहा है। सूत्रों के अनुसार नगर निगम में भ्रष्टाचार को पनपाने में नगर आयुक्त का संरक्षण नगर निगम के अधिकारियों एवं निरीक्षकों को प्राप्त है। नगर आयुक्त की नाक के नीचे नगर निगम में भ्रष्टाचार अपनी पूरी रंगत में है और नगर निगम के कर्मचारी भी पूरी ईमानदारी से भ्रष्टाचार को पंख लगा रहे हैं। इसी प्रकार से पूर्व में भी पूर्व नगर आयुक्त के तथाकथित पी0ए0 का एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें स्पष्ट तौर से पूर्व नगर आयुक्त के लेनदेन का जिक्र किया गया था और सबसे बड़ी बात तो यह है कि वर्तमान में भी नगर आयुक्त की अगुवाई या कहना चाहिए कि उनकी नाक के नीचे पूर्व की तरह ही भ्रष्टाचार अपना चेहरा चमका रहा है और नगर निगम में भ्रष्टाचार के चेहरे की चमक इतनी है कि सभी की आंखें चौंधिया चुकी है। सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति राज्य में लागू है बावजूद इसके नगर निगम भ्रष्टाचार से अपनी दोस्ती निरंतर गहरी करता चला जा रहा है। क्या सरकार को एवं उसके आला अधिकारियों तथा मंत्रियों को नगर निगम का भ्रष्टाचार दिखाई नहीं देता या कहना उचित होगा कि वह इस और देखना भी नहीं चाहते। वह दिन दूर नहीं है जब विजिलेंस विभाग को आगरा नगर निगम में अपनी तीन से चार गाड़ियां नगर निगम की सेवा के लिए सदैव रखनी पड़ेगी क्योंकि कहावत है भय बिन प्रीत नहीं होती।
आगरा से पत्रकार अमीन अहमद की रिपोर्ट