पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व केन्द्रीय मंत्री तथा मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान के संस्थापक अध्यक्ष श्रद्धेय डॉ. जगन्नाथ मिश्र की आज 86 वीं जयंती के अवसर पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता प्रतिष्ठान के राष्ट्रीय महासचिव सलीम सुगन्ध ने की।
इस अवसर पर उपस्थित वक्ताओं ने श्रद्धांजलि स्वरूप कहा कि डॉ जगन्नाथ मिश्रा जी एक कुशल प्रशासक व प्रखर नेता ही नहीं बल्कि एक बहुत बड़े शिक्षाविद्ध के रूप में जाने भी जाते हैं। उन्होने अपने शासन काल में गरीबों, शोषितों, वंचितो, पिछड़े वर्गों, दलितों तथा अल्पसंख्यकों के हितों के लिए उल्लेखनीय कार्य किया। डॉ मिश्र ने अपने कार्यकाल में संस्कृत विद्यालय बोर्ड तथा उर्दू मदरसा बोर्ड डी स्थापना किया एवं उर्दू भाषा को बिहार की द्वितीय भाषा की घोषणा की। उर्दू अनुवादकों को भी सरकारी कार्यालयों में बहाली कराया। इनके पूवर्जों ने भूदान आन्दोलन में एक हजार (1000) एकड़ भूमि दान में दिया। यह गरीबों, असहायों एवं मजबुरों के मसीहा के रूप में सदा याद किए जाएंगे।
सभा में मनाजिर करीम, किशन कुमार कमर ताबा, अरुण कुमार, जाहिद अंसारी, यो. तबरेज (तब्बु), राशिद अंसारी आदि उपस्थित थे।
सलीम सुगंध
राष्ट्रीय महासचिव
मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान