
डॉ. मुज़म्मिल की माँ नसीमा बोलीं — “चार साल से कोई खबर नहीं थी, अब दोनों बेटों को जेल में डाल दिया” ,
वीना टंडन
नई दिल्ली।दिल्ली बम धमाका केस में बड़ा खुलासा
लालकिला के पास हुए सोमवार के धमाके के बाद आतंकवाद से जुड़ी जांच में नया मोड़ आया है। इस केस में गिरफ्तार किए गए संदिग्ध डॉक्टर मुज़म्मिल शकील की माँ नसीमा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि उनका बेटा पिछले चार साल से घर से लापता था और परिवार को उसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी।
नसीमा का बयान
नसीमा ने कहा — “वह लगभग चार साल पहले घर से चला गया था। हमें उसके बारे में कुछ नहीं पता था। जब उसकी गिरफ़्तारी की खबर आई, तो हमें दूसरों से पता चला। हमने उससे मिलने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने मिलने नहीं दिया। यहाँ तक कि मेरे दूसरे बेटे को भी गिरफ़्तार कर लिया गया है। वे कह रहे हैं कि मेरा बेटा दिल्ली बम धमाकों में संदिग्ध है। मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता। मैं बस यही चाहती हूँ कि मेरे दोनों बेटों को रिहा किया जाए।”
फरीदाबाद में डॉक्टर की गिरफ्तारी
फरीदाबाद पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि आरोपी डॉ. मुज़म्मिल शकील, जो धौज स्थित अल फलाह स्कूल में अध्यापन कार्य कर रहे थे, को सोमवार देर रात गिरफ्तार किया गया। उनके कमरे से करीब 360 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट, एक कैरम कॉक राइफल, दो ऑटोमैटिक पिस्तौल, 84 कारतूस, पांच लीटर रसायन, 20 टाइमर बैटरियां और 14 बैग बरामद किए गए हैं।
पुलिस के अनुसार, जांच में सामने आया है कि डॉ. मुज़म्मिल और डॉ. आदिल अहमद राथर — दोनों उत्तरी भारत में बड़े पैमाने पर आतंकी हमलों की योजना बना रहे थे। हालांकि बरामद किया गया पदार्थ अमोनियम नाइट्रेट है, न कि आरडीएक्स।
लालकिला धमाके से जुड़ा दिल्ली कनेक्शन
दिल्ली के लालकिला के पास सोमवार को हुए धमाके में 9 लोगों की मौत हुई और 20 से अधिक घायल हुए। विस्फोट में प्रयुक्त विस्फोटक भी अमोनियम नाइट्रेट ही बताया जा रहा है।
जांच एजेंसियों का कहना है कि धमाका जिस कार में हुआ, वह दक्षिण कश्मीर के पुलवामा निवासी डॉ. उमर मोहम्मद के नाम पर दर्ज थी। उमर का नाम उसी नेटवर्क से जुड़ा पाया गया जिसे सोमवार को फरीदाबाद में जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में ध्वस्त किया।
इस नेटवर्क में तीन डॉक्टर — डॉ. उमर मोहम्मद, डॉ. मुज़म्मिल शकील और डॉ. आदिल अहमद राथर — शामिल बताए जा रहे हैं।
जांच में नया खुलासा
सूत्रों के मुताबिक, फरीदाबाद में हुई कार्रवाई के बाद यह आतंकी मॉड्यूल बुरी तरह घबरा गया और जल्दबाज़ी में दिल्ली हमले को अंजाम दे दिया। शुरुआती जांच में यह भी पता चला कि विस्फोटक कार लालकिले से सेंट्रल दिल्ली की ओर बढ़ रही थी। पुलिस को आशंका है कि निशाना कोई बड़ा व भीड़भाड़ वाला इलाका हो सकता था।
धमाके से कुछ घंटे पहले ही फरीदाबाद में दो किराए के मकानों से 2,900 किलोग्राम संदिग्ध अमोनियम नाइट्रेट और अन्य विस्फोटक सामग्री बरामद की गई थी। ये दोनों मकान डॉ. मुज़म्मिल शकील के नाम पर किराए पर लिए गए थे।
कट्टरपंथी पेशेवरों का नेटवर्क
अधिकारियों के अनुसार, यह नेटवर्क शिक्षित और पेशेवर लोगों का समूह है जो आतंकी विचारधारा से प्रभावित होकर उत्तर भारत में बड़े पैमाने पर हमलों की योजना बना रहा था।






