Delhi

16 अगस्त 2024 को पीडब्ल्यूडी विभाग में 7 नए ग्रुप A अधिकारियों की नियुक्ति की गई है : सौरभ भारद्वाज

सुषमा रानी

नई दिल्ली, 28 अगस्त दिल्ली सचिवालय में हुई एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जब दिल्ली में कोई बड़ा संकट आता है और हम सबूत के आधार पर यह आरोप लगाते हैं, कि इस संकट के पीछे दोषी भारतीय जनता पार्टी द्वारा शासित केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए उपराज्यपाल महोदय हैं, तो उपराज्यपाल कार्यालय से बड़ा ही ऊलजलूल सा जवाब आता है I अपनी बात को सत्यापित करने हेतु उदाहरण देते हुए मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, कि कुछ दिनों पहले मैंने ही एक प्रेस वार्ता के माध्यम से आप सभी लोगों को यह बात बताई थी, कि दिल्ली के आशा किरण होम शेल्टर में 13 लोगों की मृत्यु हो गई थी और छानबीन करने पर यह बात सामने आई थी, कि आशा किरण होम शेल्टर में डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की भारी कमी थी, जबकि वहां पर रहने वाले लोग जो कि मानसिक और शारीरिक रूप से पीड़ित हैं, उनके लिए डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ का होना बेहद जरूरी है I ट्रांसफर और पोस्टिंग का अधिकार सीधे तौर पर उपराज्यपाल महोदय के अधीन आता है, तो इन्हीं की गलती से यह मृत्यु हुई I उन्होंने कहा कि आरोप के जवाब में तुरंत उपराज्यपाल महोदय के कार्यालय से एक जवाब जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि क्योंकि NCCSA की बैठक नहीं हो पाई इसलिए हम आशा किरण होम शेल्टर में मेडिकल स्टाफ और डॉक्टर को की तैनाती नहीं कर सके I उन्होंने कहा हालांकि बाद में कोर्ट की फटकार के बाद इस मामले में डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती बिना NCCSA से कर दी गई है, परंतु क्योंकि उपराज्यपाल महोदय कार्यालय से झूठ परोसा जाता है, वही काम उन्होंने यहां भी किया I

इसी प्रकार से दिल्ली के अंबेडकर मेडिकल कॉलेज में घटित एक घटना का उदाहरण देते हुए मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उस मेडिकल कॉलेज में दो छात्राओं के साथ एक प्रोफेसर ने शारीरिक शोषण करने की कोशिश की और शिकायत करने के बाद उप राज्यपाल महोदय जिनके अधीन सीधे तौर पर सर्विसेज विभाग आता है, उनके कार्यालय से कोई कार्यवाही नहीं की गई ना तो उस दोषी प्रोफेसर को हटाया गया और ना ही कॉलेज के प्रिंसिपल के खिलाफ कोई कार्यवाही की गई और प्रश्न पूछने पर वही अटपटा सा जवाब उपराज्यपाल कार्यालय से आया, क्योंकि NCCSA की बैठक नहीं हो सकी, इसलिए हम उस प्रोफेसर और प्रिंसिपल के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर सके I मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, कि जब यह खबर मीडिया में बहुत ज्यादा उठी और दबाव बना तो मजबूरन उपराज्यपाल महोदय को उस दोषी प्रोफेसर को सस्पेंड करना पड़ा I मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बंगाल में घटित घटना को लेकर तो भारतीय जनता पार्टी खूब शोर मचाती है, परंतु जब इसी प्रकार की घटना दिल्ली में हुई तो भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किए गए उपराज्यपाल महोदय ने दोषी प्रोफेसर और प्रिंसिपल के खिलाफ तो कोई कार्यवाही की ही नहीं, उल्टा कॉलेज के प्रशासन ने उन दोनों लड़कियों को झूठे मामले में फसाने की साजिश की I

मीडिया के माध्यम से दिल्ली के उपराज्यपाल महोदय विनय सक्सेना से अनुरोध करते हुए मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यदि वह सच्चे हैं तो अपनी कथनी और करनी में फर्क ना करते हुए पीडब्ल्यूडी विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी अंबरासू को तुरंत प्रभाव से, नए अधिकारियों की नियुक्ति और पुराने अधिकारियों के ट्रांसफर करने के लिए निलंबित करें I उन्होंने कहा कि मैं भली भांति इस बात को जानता हूं कि उपराज्यपाल महोदय पीडब्ल्यूडी प्रिंसिपल सेक्रेटरी अंबरासू को निलंबित नहीं करेंगे, क्योंकि उपराज्यपाल महोदय के कार्यालय से झूठ परोसा जाता है I जहां उनका अपना समन होता है, वहां पर नए अधिकारियों की नियुक्ति भी की जाती है और पुराने अधिकारियों के ट्रांसफर भी किए जाते हैं, परंतु जहां दिल्ली वालों के हक की बात होती है, वहां पर NCCSA की बैठक न होने का बहाना बना दिया जाता है I

StarNewsHindi

All news article is reviewed and posted by our Star News Television Team. If any discrepancy found in any article, you may contact [email protected] or you may visit contact us page

Related Articles

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Check Also
Close
Back to top button