बसपा सुप्रीमो मायावती के इस एलान से गर्म हो गयी सूबे की सियासत राजधानी मे चला घंटो मंथन
स्टार न्यूज टेलिविज़न
राकेश की रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 10 विधासभा सीटों के लिए होनेवाले उपचुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि बीएसपी सभी 10 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।
मायावती ने पार्टी की बैठक में कहा कि केंद्र और यूपी की सरकार महंगाई,बेरोजगारी, पिछड़ेपन से ध्यान हटाने के लिए बुलडोजर का सहारा ले रही और धार्मिक उन्माद फैला रही है। साथ ही उन्होंने मस्ज़िद मदरसा संचालन और वक्फ में ज़बरदस्ती दखलंदाज़ी का भी आरोप लगाया। वही आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले को बीएसपी विधानसभा उपचुनाव में बड़ा मुद्दा बना सकती है।
*राजधानी मे पार्टी पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों के साथ हुई बैठक*
मायावती ने आज लखनऊ में स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय में यूपी स्टेट पार्टी यूनिट के सीनियर पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों के अहम बैठक ली। इस बैठक में पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए पिछली बैठक में दिए गए जरूरी दिशा निर्देशों की प्रगति रिपोर्ट लेने के साथ ही विधानसभा उपचुनाव को लेकर जमीनी तैयारियों की गहन समीक्षा की गई। मायावती ने इस बैठक में फूलपुर और और मंझवा से पार्टी उम्मीदवार का ऐलान भी कर दिया है।
*बहन जी का साफ संदेश बीएसपी गरीबों और शोषितों की पार्टी*
मायावती ने पार्टी संगठन की तैयारियों के संबंध में पार्टी की जोनवार समीक्षा रिपोर्ट लेने के बाद पार्टी के लोगों से आग्रह किया कि बीएसपी गरीबों और शोषितों की पार्टी है इसलिए इसके अनुयायी पूरे तन, मन, धना से अपने सहयोग में कमी न आए तो यह पार्टी और मूवमेंट के लिए बेहतर होगा।
*मुश्किल दौर से गुजर रही बीएसपी अभी एक विधायक वाली है पार्टी*
दरअसल, यूपी में मायावती और उनकी पार्टी सबसे मुश्किल दौर से गुज़र रही है। लोकसभा में बसपा का एक भी सांसद नहीं है । पिछले दस साल में ये दूसरी बार हुआ है है कि लोकसभा में मायावती एक भी एमपी नही पहुंचा पाई हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में भी बसपा का एक भी उम्मीदवार नही जीता था। मायावती चार बार यूपी की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। यूपी में 2007 में बहुमत की सरकार बना चुकी हैं। लेकिन अब विधान सभा में बीएसपी का सिर्फ एक विधायक है।
*दलित वोट छिटका घटकर 9 फीसदी पर पहुचा आकडा*
कभी मायावती दलितों की सबसे बड़ी नेता मानी जाती थीं। लेकिन दलित वोट काफी बड़ी तादाद में उनसे दूर जा रहा है। लोकसभा चुनाव में यूपी में बसपा का वोट शेयर घटकर 9.38 फीसदी रह गया है। मुस्लिम वोट भी अब मायावती के साथ नही है। 2024 के लोकसभा चुनाव में बसपा को 44 फीसदी जाटव वोट और 15 फीसदी गैर जाटव वोट मिला।
*2019 में बीएसपी के 10 सांसद चुने गए थे*
मायावती ने 2019 का लोकसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के साथ लड़ा था और बसपा के दस सांसद बने थे। मायावती को 75 फीसदी जाटव और 42 फीसदी गैर जाटव वोट मिला। 2014 में मायावती को 68 फीसदी जाटव और 30 फीसदी नॉन जाटव वोट मिला था। विधान सभा चुनाव में भी जहां 2007 में मायावती को 16 फीसदी दलित वोट मिला था वो 2022 के विधान सभा मे घटकर 9.96 फीसदी रह गया। ऐसे में मायावती के लिये दस सीट पर होने वाले उप चुनाव काफी मायने रखते है। हालांकि जिन दस सीट पर उप चुनाव हो रहे है उनमें से एक भी सीट 2022 के विधानसभा चुनाव में मायावती नहीं जीती थीं।