Delhiताज़ा तरीन खबरें

स्कूलों के 5 हजार शिक्षकों का ट्रांसफर तत्काल रोका जाए- गोपाल राय

सुषमा रानी

नई दिल्ली, 05 जुलाई आम आदमी पार्टी ने भाजपा और एलजी से केजरीवाल सरकार के ‘काम रोको’ अभियान के तहत दिल्ली के लाखों बच्चों के सुनहरे भविष्य से खिलवाड़ न करने की अपील की है। ‘‘आप’’ दिल्ली के प्रदेश संयोजक गोपाल राय का कहना है कि भाजपा अपने एलजी के जरिए ‘काम रोको’ अभियान के तहत अब दिल्ली के शानदार शिक्षा मॉडल को बर्बाद करने में जुट गई है। भाजपा का ‘काम रोको’ अभियान का सबसे खतरनाक चेहरा केजरीवाल सरकार के स्कूलों के 5 हजार शिक्षकों का मनमाना ट्रांसफर कराने में सामने आया है। भाजपा और उसकी केंद्र सरकार के एलजी के दबाव में अधिकारियों द्वारा लिया गया यह फ़ैसला बच्चों के पैरेंट्स और शिक्षक संगठनों को कतई मंज़ूर नहीं है। यह फ़ैसला शिक्षा मंत्री आतिशी की मर्जी के खिलाफ जाकर लिया है। इसका मक़सद केवल भ्रष्टाचार करना है। भाजपा व एलजी साहब से अनुरोध है कि बड़ी मेहनत के बाद दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था सुधरी है और आज दिल्ली के शिक्षा मॉडल की चर्चा चारों तरफ हो रही है। इसलिए बच्चों के भविष्य पर चोट मत पहुंचाएं। इस तबादले को तुरंत रोका जाए और दोषियों पर कार्रवाई की जाए।

आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक एवं दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर कहा कि भाजपा दिल्ली में केजरीवाल सरकार के कामों को रोकने के लिए पिछले कई सालों से ‘काम रोको’ अभियान चला रही है और अब यह अपने चरम पर पहुंच रहा है। पूरा देश जानता है कि आज दुनिया में दिल्ली के शिक्षा मॉडल की चर्चा होती है। जब देश में सरकारी शिक्षा तंत्र धीरे-धीरे खत्म हो रहा था और लोगों ने मान लिया था कि सरकारी स्कूल ठीक नहीं हो सकते। गरीब लोग मजबूरी में अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजते थे। उस वक्त दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार ने लोगों की इस सोच को पूरी तरह से बदल दिया। हमने न सिर्फ लोगों की सोच को बदला, बल्कि इस बात को भी हकीकत में सच करके दिखाया कि सरकारी स्कूल, प्राइवेट स्कूलों से कई गुना बेहतर हो सकते हैं। हमने यह साबित किया कि सरकारी स्कूलों में बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सकती है और वे भी अच्छे रिजल्ट दे सकते हैं।

गोपाल राय ने कहा कि आज एक बच्चे के पैदा होने के साथ ही उसके मां-बाप यह सोचने लगते हैं कि उन्हें अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा देनी है और इसके लिए वह जिन बेहतर स्कूलों में उसका दाखिला करवा सकते हैं, वो प्राइवेट स्कूलों के नाम होते हैं। आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों ने लगातार दिल्ली के प्राइवेट स्कूल से बेहतर रिजल्ट लाने का रिकॉर्ड बनाया है। लेकिन आज भाजपा अपने काम रोको अभियान के तहत दिल्ली के अधिकारियों पर मानसिक दबाव बनाकर इस पूरी शिक्षा व्यवस्था को तहस-नहस करने के अभियान में लग गई है। इसका सबसे बड़ा प्रमाण यह है कि आज बगैर किसी पैमाने के रातों-रात एक साथ 5006 शिक्षकों का ट्रांसफर कर दिया गया। 11 जून को शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने आदेश निकाला कि कोई भी शिक्षक जो एक स्कूल में 10 साल से ज्यादा समय से पढ़ा रहा है, उसे वहां से दूसरी जगह भेज दिया जाएगा। उन्हें नहीं पता है कि दिल्ली में शिक्षा व्यवस्था का जो कायाकल्प हुआ है, उसकी रीढ़ की हड्डी हमारे टीचर्स हैं।

गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के एलजी से मेरा आग्रह है कि वह भाजपा के काम रोको अभियान का हिस्सा बनकर दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले लाखों बच्चों के भविष्य को लात मत मारिए। इन तबादलों को तुरंत रोका जाए। आज चारों तरफ से आवाज उठ रही है कि यह ट्रांसफर-पोस्टिंग केवल भ्रष्टाचार के लिए की गई है। ट्रांसफर-पोस्टिंग का यह बिजनेस केवल इसलिए शुरू किया गया है ताकि इसमें पैसा खाया जा सके। इन ट्रांसफरों को तत्काल प्रभाव से रोककर इन पर जांच बैठाई जाए और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए। यह निवेदन आज केवल आम आदमी पार्टी या उन शिक्षकों का ही नहीं, बल्कि उन लाखों बच्चों और उनके मां-बाप का है कि आप दिल्ली में सब कुछ रोक रहे हो, लेकिन कम से कम इन बच्चों के भविष्य को मत रोको। दिल्ली ने बहुत मुश्किल से सरकारी स्कूलों की इस स्थिति को हासिल किया है। आप इन बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न करें। एलजी साहब इस मामले में हस्तक्षेप करके इन तबादलों को रोकें और इन भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की जाए। कम से कम भाजपा अपने सिर पर यह कलंक न ले कि केजरीवाल के कामों को रोकते-रोकते उसने दिल्ली के बच्चों के भविष्य को दांव पर लगा दिया है। भाजपा अपने इस ‘काम रोको अभियान’ को इन बच्चों से दूर रखे।

StarNewsHindi

All news article is reviewed and posted by our Star News Television Team. If any discrepancy found in any article, you may contact [email protected] or you may visit contact us page

Related Articles

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Back to top button