सुषमा रानी
नई दिल्ली । तिहाड़ जेल में सूंआ और मोबाइल फोन की तलाश में जब सुरक्षा कर्मियों ने कैदियों की तलाशी ली तो 20 कैदियों ने खुद को ही घायल कर लिया। जिनमें से चार को दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस को मौके पर से मोबाइल फोन,चार्जर और सुआं बरामद हुआ है। मोबाइल और चार्जर कहां से और कैसे आया था। किसने मंगवाया था। जेल अधिकारी जानने की कोशिश कर रहे हैं। जेल अधिकारियों ने बताया कि बीते मंगलवार को जेल सीसीटीवी नियंत्रण कक्ष ने बैरक में कैदियों की असामान्य गतिविधि देखी थी। जिन्होंने बताया कि जेल नंबर 8 -9 के एक वार्ड में कुछ संदिग्ध गतिविधियां चल रही है। सूचना यह भी थी कि अंदर मोबाइल फोन और हेंडमेड हथियारों का जल्द ही किसी पर इस्तेमाल हो सकता है। मामले में एक कैदी से जब पूछताछ की,उसने कीपैड मोबाइल फोन रखने की बात मानी भी। अधिकारियों ने पांच बजकर बीस मिनट से पांच बजकर 50 मिनट तक बजे तक वार्ड की तलाशी ली गई थी। हालांकि,बैरक में पहुंचने पर वहां मौजूद अन्य सह-कैदियों ने उसे जेल प्रशासन को मोबाइल फोन नहीं सौंपने के लिए उकसाया। अन्य कैदियों ने भी जेल कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया और 20 से अधिक कैदियों ने जेल प्रशासन को डराने के लिए खुद को चोट पहुंचाई।
हंगामे के बीच, एक कैदी ने चुपचाप से छिपा हुआ मोबाइल फोन निकाला और अपने परिवार के सदस्यों को फोन कर बताया कि प्रशासन ने उनकी बुरी तरह से पिटाई की है। कई को गंभीर चोटें भी लगी हैं। परिवार ने पीसीआर-112 को कॉल कर दी। जेल कर्मचारियों द्वारा जेल के अंदर कैदियों को पीटने का आरोप लगाया। मामला बढ़ता देखकर जेल में मौजूद अतिरिक्त कर्मचारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया।