
अपराध शाखा ने नकली भारतीय मुद्रा नोट (एफआईसीएन) सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया
अंतरराज्यीय नकली मुद्रा रैकेट के तीन प्रमुख सदस्य गिरफ्तार • ₹ 3,24,000 मूल्य की नकली भारतीय मुद्रा और कई आपत्तिजनक दस्तावेज़ बरामद • बड़ी मात्रा में अधूरे नकली मुद्रा मुद्रण पत्रक ज़ब्त • दिल्ली, बरेली और शाहजहाँपुर (उत्तर प्रदेश) के बीच चल रहे रैकेट का लगातार क्षेत्र में चलाए गए अभियान के बाद भंडाफोड़ • आरोपी पूर्व में आपराधिक गतिविधियों में शामिल आदतन अपराधी पाए गए
वीना टंडन
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस अपराध शाखा की सेंट्रल रेंज टीम ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश के बीच नकली भारतीय मुद्रा नोटों (FICN) की छपाई और प्रचलन में लगे एक अंतर्राज्यीय गिरोह का सफलतापूर्वक भंडाफोड़ किया है। व्यापक तकनीकी और क्षेत्रीय निगरानी के बाद तीन आरोपियों राकेश अरोड़ा, रवि अरोड़ा और विवेक कुमार मौर्य को गिरफ्तार किया गया है, जिनके पास से नकली मुद्रा और उसके उत्पादन में प्रयुक्त सामग्री की पर्याप्त मात्रा बरामद हुई है।
यह कार्रवाई अपराध शाखा टीम के अथक प्रयासों, सटीकता और समन्वय का प्रमाण है, जिसने कई दिनों तक दिल्ली, बरेली और शाहजहाँपुर में लगातार सुरागों का पीछा करते हुए एक सुव्यवस्थित नकली मुद्रा नेटवर्क का पर्दाफाश किया।
संचालन और जांच
सेंट्रल रेंज/क्राइम ब्रांच के एएसआई दीपक कुमार द्वारा प्राप्त विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर, दिल्ली के थाना क्राइम ब्रांच में धारा 179/180 बीएनएस के तहत एफआईआर संख्या 319/25 के तहत एक मामला दर्ज किया गया।
सूचना से संकेत मिला कि एक संगठित समूह दिल्ली और उत्तर प्रदेश में नकली भारतीय मुद्रा नोटों के प्रसार में शामिल था। इसके बाद, इंस्पेक्टर विनय कुमार की देखरेख, श्री राजबीर मलिक, एसीपी/सीआर के मार्गदर्शन और श्री विक्रम सिंह, आईपीएस, डीसीपी/क्राइम-II के समग्र पर्यवेक्षण में एसआई मोहित असीवाल, एसआई दिनेश कुमार, एएसआई दीपक, एएसआई उमेश, एचसी अजय, एचसी अश्वनी और एचसी पंकज की एक टीम गठित की गई।
राकेश अरोड़ा की गिरफ्तारी
टीम ने सबसे पहले राकेश अरोड़ा (उम्र 50 वर्ष), पुत्र स्वर्गीय श्री सोमनाथ, निवासी विजय नगर, दिल्ली को नॉर्थ गेट मॉल इलाके से गिरफ्तार किया। उनकी तलाशी के दौरान, ₹500 के नकली भारतीय नोट (कुल ₹1,00,000) बरामद हुए। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और सह-आरोपियों से बातचीत के लिए इस्तेमाल किया गया उनका मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया। पूछताछ के दौरान, उन्होंने बताया कि नकली नोट शाहजहाँपुर (उत्तर प्रदेश) निवासी विवेक कुमार मौर्य ने अपने भाई और सहयोगी रवि अरोड़ा, जो शाहजहाँपुर में ही रहता था, के माध्यम से उपलब्ध कराए थे।
रवि अरोड़ा की गिरफ्तारी:
इस खुलासे के बाद, वरिष्ठ अधिकारियों से आवश्यक अनुमति लेकर, अपराध शाखा की एक टीम शाहजहाँपुर, उत्तर प्रदेश रवाना हुई। स्थानीय थाना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद, टीम ने रवि अरोड़ा (उम्र 50 वर्ष), पुत्र स्वर्गीय श्री बनारसी लाल, निवासी मोहल्ला बक्सरोया, चार खंभा के पास, शाहजहाँपुर (उत्तर प्रदेश) के घर पर छापा मारा।
तलाशी के दौरान, एक लकड़ी के शोकेस से ₹17,500 मूल्य के ₹500 के 35 नकली भारतीय नोट बरामद किए गए, साथ ही उसके निजी कब्जे से दो और नकली नोट (₹500 और ₹200) भी बरामद किए गए। सह-आरोपी विवेक कुमार मौर्य का एक चिकित्सा प्रमाण पत्र और एक वीवो टी1 5जी मोबाइल फोन भी जब्त किया गया।
जिला फील्ड यूनिट (एफएसएल टीम) को मौके पर बरामद सामग्री का निरीक्षण करने के लिए बुलाया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया, उससे पूछताछ की गई और उसका खुलासा बयान दर्ज किया गया। उन्होंने नकली नोटों के स्रोत और नकली नोटों की छपाई और आपूर्ति में सह-आरोपी विवेक की भूमिका के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी।
विवेक कुमार मौर्य की गिरफ्तारी:
रवि अरोड़ा के अतिरिक्त खुलासे पर कार्रवाई करते हुए, टीम ने आगे की जानकारी एकत्र की और एसबीआई, शाहजहाँपुर शाखा का दौरा किया, जहाँ शाखा प्रबंधक ने आरोपी राकेश अरोड़ा द्वारा किए गए लेनदेन से संबंधित खाता विवरण प्रदान किया। जाँच से पता चला कि खाता गौरव मिश्रा का था, जिसकी यूपीआई आईडी और पंजीकृत फ़ोन नंबर विवेक कुमार मौर्य का था।
इस सुराग के आधार पर, टीम ने स्थानीय पुलिस की मदद से विवेक कुमार मौर्य (उम्र 32 वर्ष), पुत्र राजेंद्र कुमार मौर्य, निवासी मोहल्ला तिलहर जय, थाना सदर बाजार, शाहजहाँपुर (उप्र) के आवास पर छापा मारा, जो आर्य समाज मंदिर के पास, सदर बाजार, शाहजहाँपुर में किराए पर रहता हुआ पाया गया।
उसे अपने कंप्यूटर और प्रिंटर सेटअप पर कई मूल्यवर्ग के नकली नोट छापते हुए पकड़ा गया। तलाशी के दौरान भारी मात्रा में जाली मुद्रा (एफआईसीएन) बरामद हुई, जिसमें तैयार और अधूरी करेंसी शीट (दोनों तरफ छपी 122 शीट) शामिल थीं। इसके अलावा, गौरव मिश्रा के नाम से जारी एक पैन कार्ड और एसबीआई पासबुक भी बरामद हुई, जिसका इस्तेमाल अन्य आरोपियों से धन प्राप्त करने के लिए किया गया था।
सभी जब्त सामग्री को दिल्ली क्राइम ब्रांच की सील संख्या सीआर-2 के साथ सील कर दिया गया था। स्थानीय पुलिस और गवाहों की मौजूदगी में इस कार्रवाई की वीडियोग्राफी की गई।
बरामदगी:
1. ₹3,24,000 मूल्य के नकली भारतीय नोट (₹500 / ₹200 / 100/20 मूल्यवर्ग)
2. 122 अधूरे नकली नोट मुद्रण पत्रक
3. उच्च गुणवत्ता वाले प्रिंटर, कागज़ और मुद्रण के लिए प्रयुक्त सहायक उपकरण
4. कई मूल्यवर्ग के नोटों पर चित्र उभारने के लिए विशिष्ट रसायन और पाउडर बरामद।
5. “रिबन” के स्थान पर इस्तेमाल किया गया हरा टेप भी बरामद।
6. दस्तावेज़ और पैन कार्ड
7. तीनों आरोपियों से जुड़े मोबाइल फ़ोन और डिजिटल साक्ष्य
आरोपी व्यक्तियों का प्रोफ़ाइल:
1. राकेश अरोड़ा (आयु 50 वर्ष) पुत्र स्व. सोमनाथ निवासी विजय नगर, दिल्ली
2. रवि अरोड़ा (आयु 50 वर्ष) पुत्र स्व. बनारसी लाल निवासी मोहल्ला बकसरोया, चार खंबा के पास, शाहजहाँपुर, उत्तर प्रदेश।
3. विवेक कुमार मौर्य (उम्र 32 वर्ष) पुत्र स्व राजेंद्र कुमार मौर्य निवासी मकान मोहल्ला तिलहर जई, थाना सदर बाजार, शाहजहाँपुर, उत्तर प्रदेश।
पिछली भागीदारी
1. रवि अरोड़ा (आयु 50 वर्ष)
• वर्ष 2008 यू/एस 307 आईपीसी, पीएस कोतवाली, शाहजहाँपुर, उत्तर प्रदेश से संबंधित एफआईआर नंबर।
• एफआईआर संख्या 746/2024 यू/एस 179/180 बीएनएस, थाना इज्जत नगर, बरेली, यूपी।
2. विवेक कुमार मौर्य (उम्र 32 वर्ष)
o एफआईआर संख्या 165/2017 यू/एस 452/323/393/307/120बी/34 आईपीसी, पीएस सदर बाजार, शाहजहाँपुर, यूपी।
o एफआईआर 2021 (चोरी का मामला), पीएस कोतवाली, शाहजहाँपुर, यूपी में दर्ज की गई।
o 2023 में धारा 489बी/489सी आईपीसी, थाना सेहरामऊ दक्षिणी, उत्तर प्रदेश में एफआईआर दर्ज की गई। (नकली भारतीय मुद्रा से संबंधित) ।
o एफआईआर संख्या 746/2024 यू/एस 179/180 बीएनएस, थाना इज्जत नगर, बरेली, यूपी।



