सराहनीय:काशी और बंगाल की संगीत धारा को एक सुर मे जीवंत करेगी लावण्या अमिता व सब्यसाची की नियुक्ति
स्टार न्यूज़ टेलीविजन
राकेश की रिपोर्ट
वाराणसी:लवाण्या कीर्ति गायन विभाग में, प्रो. अमिता दत्त नृत्य विभाग और प्रो. सब्यसाची सारखेल की वाद्य यंत्र विभाग में नियुक्ति
संगीत अब गुरु रविंद्रनाथ टैगोर और महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की सजाई बगिया को जोड़ेगा। काशी और बंगाल की संगीत धारा एक साथ आएगी। रविंद्र नाथ टैगोर के बनाए संस्थान के दो प्रोफेसर बीएचयू में छात्र और छात्राओं को संगीत सिखाएंगे।
कोलकाता के रविंद्र भारती विश्वविद्यालय से कथक की ट्रेनिंग देने प्रो. अमिता दत्त और सितार सिखाने विश्व भारती विश्वविद्यालय से सितार वादक प्रो. सब्यसाची सारखेल आएंगे। बिहार के एलएन मिथिला विश्वविद्यालय से गायन विभाग में शास्त्रीय और उप शास्त्रीय शैली की कुशल गायिका लवाण्या कीर्ति सिंह काब्य शास्त्रीय गायन की शिक्षा देंगी।
*तीनों संगीत साधकों को बीएचयू ने बनाया फैकल्टी*
संगीत के इन तीन साधकों को बीएचयू के संगीत एवं मंच कला संकाय में एक्सटर्नल फैकल्टी बनाया गया है। हालिया एग्जीक्यूटिव काउंसिल ने भी इस पर अपनी मुहर लगा दी है। लवाण्या कीर्ति गायन विभाग में, प्रो. अमिता दत्त नृत्य विभाग और प्रो. सब्यसाची सारखेल की वाद्य यंत्र विभाग में नियुक्ति की गई है। इनका कार्यकाल तीन साल का रहेगा। इन्होंने अपने क्षेत्र में बड़े-बड़े संगीत मंचों पर प्रस्तुतियां दी हैं। इनके बीएचयू से जुड़ने से रविंद्र नाथ टैगोर की संगीत परंपरा से भी जुड़ने का मौका मिलेगा।
*बीएचयू प्रबंधन देगा फ्लाइट का टिकट*
बीएचयू की ओर से इन्हें फ्लाइट की इकोनॉमी क्लास और रेल के सेकेंड टियर से यात्रा की सुविधा की टिकट मिलेगी। बीएचयू का टीए नियम इन प्रोफेसरों पर लागू होगा।