दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा द्वारा चेयरमैन को पत्र लिखकर PPAC पर पुनर्विचार करने की मांग
सुषमा रानी
बिजली दरों में वृद्धि और लोगों के सामने आ रही पानी की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता सोमवार को दिल्ली की सड़कों पर उतर आए।
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि आज हम दिल्ली के हर इलाके में, जहां भी इन बिजली कंपनियों के कार्यालय हैं, वहां पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
यह उनके लिए चेतावनी है कि वे सावधान हो जाएं। अन्यथा, दिल्ली की जनता न तो बिजली कंपनियों को माफ करने वाली है और न ही दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार को।
भाजपा ने कहा कि दिल्लीवासियों को महंगी बिजली दी जा रही है, लेकिन इसका कारण बिजली खपत में बढ़ोतरी होना नहीं है। उसका आरोप है कि बिजली महंगी होने का सबसे बड़ा कारण समय रहते अतिरिक्त बिजली की खरीद न किया जाना है, जबकि इसी की आड़ में छिपकर PPAC के जरिए हर साल अप्रत्यक्ष तरीके से बिजली बिल में बढ़ोतरी की जा रही है। पार्टी सोमवार को दिल्ली के सभी जिलों में बने बिजली दफ्तरों पर प्रदर्शन करेगी।
भाजपा के अनुसार, अब आम उपभोक्ताओं पर PPAC का बोझ 2015 में 1.5 फ़ीसदी से बढ़कर 37.5 फ़ीसदी हो चुका है। अलग-अलग कम्पनियों के द्वारा लगभग 8.75 फ़ीसदी की नई बढ़ोतरी के बाद यह 45 फीसदी तक हो जाएगा। पार्टी के अनुसार एक बार PPAC बढ़ाने के बाद इसे कभी वापस नहीं लिया जाता, जिससे इसकी मार बढ़ती जा रही है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने चेयरमैन को पत्र लिखकर PPAC पर पुनर्विचार करने की मांग की है।