राहुल गांधी के माफी मांगने तक भाजपा का संघर्ष जारी रहेगा – वीरेंद्र सचदेवा
सुषमा रानी
नई दिल्ली, 4 जुलाई : दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में आज दिल्ली भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हिंदुओं को हिंसक समुदाय कहने वाले बयान के खिलाफ कांग्रेस मुख्यालय के निकट जोरदार प्रदर्शन किया तथा मांग की कि राहुल गांधी देश के हिंदुओं से माफी मांगें।
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड तोड़कर कांग्रेस मुख्यालय की ओर बढ़ने की कोशिश की, जहां उन्हें दूसरे बैरिकेड के सामने रोक दिया गया। इसके बाद पुलिस ने प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, सांसद तेजस्वी सूर्या, प्रदेश युवा मोर्चा अध्यक्ष सागर त्यागी, अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष अनीस अब्बासी व अन्य पदाधिकारियों को हिरासत में लेकर तिलक मार्ग थाने ले गई, जहां से उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
विरोध प्रदर्शन में भाजयुमो अध्यक्ष एवं सांसद तेजस्वी सूर्या, सांसद मनोज तिवारी, योगेंद्र चंदोलिया एवं बांसुरी स्वराज, पार्टी के वरिष्ठ नेता सरदार अरविंदर सिंह लवली, विष्णु मित्तल सहित हजारों भाजपा कार्यकर्ता शामिल थे। वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि हिंदू संस्कृति का अपमान करना और हिंदुओं को आतंकवादी कहना चुनावी हिंदू राहुल गांधी की साजिश का हिस्सा है, जिसका देश भर के लाखों हिंदू निश्चित रूप से जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो वे कहते हैं कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता और दूसरी तरफ संसद में चिल्लाते हैं कि हिंदू हिंसक होते हैं। उन्होंने आगे कहा कि अगर हिंदू हिंसक होते तो काशी और मथुरा में मस्जिदों की जगह मंदिर बन चुके होते। वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि राहुल गांधी ने संसद के अंदर एक सोची-समझी राजनीतिक चाल चली है, क्योंकि वे अपनी बहन प्रियंका गांधी को वायनाड से चुनाव लड़ाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पश्चिमी सभ्यता के बीच पले-बढ़े हैं और हिंदू संस्कृति को कभी नहीं समझ सकते, लेकिन उन्हें हिंदू समुदाय की ताकत का एहसास नहीं है। सचदेवा ने कहा कि राहुल गांधी ने पूरी भारतीय संस्कृति का अपमान किया है और उन्हें देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। वे इस मुद्दे को दिल्ली के हर घर तक ले जाएंगे और राहुल गांधी के बयान से सभी को अवगत कराएंगे। तेजस्वी सूर्या ने कहा कि जब राजीव गांधी जैसे व्यक्ति गलती से खुद को हिंदू कह देते हैं तो हम उनके बेटे से ऐसे बयान की ही उम्मीद कर सकते हैं। राहुल गांधी द्वारा पूरे हिंदू समुदाय को आतंकवादी और हिंसक कहना अक्षम्य अपराध है और जब तक वे माफी नहीं मांगते, भाजपा अपना संघर्ष जारी रखेगी। उन्होंने आगे कहा कि पूरी कांग्रेस पार्टी ने 26/11 के आतंकी हमले के लिए हिंदू संगठनों को दोषी ठहराने की कोशिश की। दिग्विजय सिंह ने भगवा आतंकवाद पर एक किताब भी जारी की। देश में सबसे ज्यादा दंगे कांग्रेस के शासन में हुए। कांग्रेस ने आतंकवाद को पनाह दी है, जिसके कारण सांप्रदायिक दंगे हुए हैं। राहुल गांधी ने 5000 साल से अधिक समय से सद्भाव और शांति का संदेश देने वाले हिंदू समुदाय का अपमान करने की साजिश की है। मनोज तिवारी ने कहा कि यह सोचने का समय है कि क्या हिंदू समुदाय इस तरह का अपमान बर्दाश्त करता रहेगा। हाल ही में कांग्रेस ने भगवा को आतंकवाद से जोड़ा और इंडी गठबंधन के नेता लंबे समय से हिंदू देवी-देवताओं का अपमान कर रहे हैं। ऐसे में देश के सभी हिंदुओं को हर स्तर पर सोचने और जवाब देने की जरूरत है। योगेंद्र चंदोलिया ने कहा कि लोकसभा में कांग्रेस नेताओं के व्यवहार से साफ पता चलता है कि राहुल गांधी को सदन की गरिमा का कोई ख्याल नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के दौरान भी उनका व्यवहार निंदनीय था। हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करना राहुल गांधी द्वारा संसद के भीतर एक खास वर्ग को खुश करने की साजिश है। नई दिल्ली से सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा कि राहुल गांधी का बयान उनकी हिंदू विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। हिंदू वसुधैव कुटुंबकम में विश्वास करते हैं, पूरे विश्व को एक परिवार मानते हैं, लेकिन चुनावी हिंदू होने के नाते राहुल गांधी इसे कभी नहीं समझेंगे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने सदन को गुमराह किया और देश के करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई। सरदार अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि कांग्रेस हताशा के दौर से गुजर रही है, जहां उसके नेता शांति और सद्भाव के प्रतीक हिंदू समुदाय को बदनाम करके एक वर्ग को राजनीतिक रूप से खुश करने की कोशिश कर रहे हैं। दिल्ली और देश की जनता हिंदुओं का अपमान करने के लिए राहुल गांधी को कभी माफ नहीं करेगी।