दिल्ली कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल एक करोड़ का मुआवजा मामले को लेकर राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग कार्यकारी चेयरपरसन से मिला।
सुषमा रानी
नई दिल्ली, 3 जुलाई, – दिल्ली कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने राजधानी में भारी बारिश के कारण 11 लोगों की मौत पर उनके परिवारजनों को एक करोड़ का मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन आज राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग की कार्यकारी चेयरपरसन विजया भारती सायानी से मुलाकात करके सौपा। आयुक्त महोदय ने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि आपके ज्ञापन पर पूरी संवेदनशीलता के साथ गौर किया जाऐगा और गरीब लोगों जिनमे दो बच्चे भी है उनकी मौत के दोषी संबधित अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही के लिए नोटिस भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मौत की भरपाई मुआवजा कभी नही हो सकता परंतु मरने वालों के परिवारजनों को सरकार द्वारा मुआवजा दिया जाना चाहिए। प्रेस विज्ञप्ति के साथ ज्ञापन की कॉपी संलग्न है।
प्रतिनिधिमंडल में कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व विधायक अनिल भारद्वाज, दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री मंगतराम सिंघल, पूर्व विधायक चौ0 मतीन अहमद, विजय लोचव, अमरीश गौतम, दर्शना रामकुमार, दिल्ली बार एसोसिएशन के चेयरमैन के.सी. मित्तल, एडवोकेट सरफराज अहमद सिद्दीकी, प्रदयूमन सिंह सहित लीगल टीम भी मौजूद थी।
उन्होंने कहा कि कहा कि भारी बारिश से हुए जलभराव के कारण हुई तबाही और प्रशासनिक लापरवाही और निष्क्रियता के कारण 11 लोगों की हुई मौत नही हत्या है। उन्होंने कहा कि मीडिया और सोशल मीडिया पर प्रदर्शित फोटो और वीडियो में भारी तबाही और कई किलोमीटर तक जाम यातायात ने सरकार की पोल खोल कर रखदी।
उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट टर्मिनल-1 की छत ढहने से 45 वर्षीय केब ड्राईवर की मृत्यु हुई, समयपुर बादली क्षेत्र में बारिश के पानी में डूबने से 2 बच्चों की मौत हुई और न्यू उस्मानपुर में दो बच्चों बारिश से भरे गड्ढे में गिरने से मौत हुई। स्कूटर सवार 60 वर्षीय वृद्ध की ओखला क्षेत्र के अंडरपास में डूबने से मौत हुई। दक्षिण पश्चिम दिल्ली में 24 घंटे राहत देने की प्रक्रिया के बाद 19 वर्षीय संतोष यादव, 19 वर्षीय संतोष, 45 वर्षीय दयाराम निर्माण कार्य ढहने के मलबे से निकाला गया, जहां उनकी मौत हो गई। रोहिणी क्षेत्र में 39 वर्षीय बिजली कर्मचारी बारिश में काम करते हुए मौत हुई। उत्तर पश्चिम क्षेत्र के शालीमार बाग के मजदूर का आजाद पुर अंडरपास में डूबने के कारण मौत हुई।
उन्होंने कहा कि 28 जून को भारी बारिश के कारण हुई 11 मौतों के लिए दिल्ली सरकार के संबधित विभाग मंत्री और अधिकारी जिम्मेदार है जिन्होंने समय से पहले नालों से जल निकासी के कार्य को पूरा नही किया। उन्होंने कहा कि 11 लोगों की मौत प्राकृतिक कारणों से नही बल्कि पिछले 10 वर्षों सत्तारूढ़ भाजपा और आम आदमी पार्टी के नेताओं, टैंडर माफिया और अधिकारियों की मिलीभगत के भ्रष्टाचार के कारण हुईं है, जिनके लिए जिम्मेदार लोगों की जांच करके उनके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए।
उन्होंने राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग से इन मुद्दों पर तत्काल कार्यवाही करके संबधित अधिकारियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाही करने का निर्देश देने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के निवासियों की सुरक्षा और हित सुनिश्चित की जानी चाहिए क्योंकि दिल्लीवासियों को रक्षा और सुरक्षा करना दिल्ली सरकार की प्राथमिकता है।