मानसून से पहले की बारिश से हुए जलभराव ने दिल्ली सरकार के 82 प्रतिशत गाद निकालने के दावे की पोल खोली- देवेन्द्र यादव
सुषमा रानी
नई दिल्ली, 27 जून, – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि मानसून पूर्व की हल्की बारिश ने दिल्ली सरकार, डीडीए, पीडब्लूडी, फलड विभाग और दिल्ली नगर निगम के 82 प्रतिशत गाद निकालने की पोल खोल दी है। कल शाम और आज सुबह की बारिश के बाद जिस तरह से सड़कों पर जलभराव का नजारा दिखाई दिया और यातायात प्रभावित हुआ, उसने साबित कर दिया है कि दिल्ली सरकार सहित सभी एजेंसियों ने नालो, नालियों से गाद निकालने का काम सिर्फ दस्तावेजों की खानापूर्ति के लिए किया है। उन्होंने कहा कि वास्तविकता में पिछले 10 वर्षों में गाद निकालने का काम हुआ ही नही है।
उन्होंने दावा के साथ आरोप लगाया कि हर वर्ष नालों से गाद निकालने के नाम करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार होता है। अगर सही व्यवस्थित और विभाग इमानदारी से नालों से गाद निकालने का काम करें तो जल भराव हो ही नही सकता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के 15 वर्षों के शासन में यही दिल्ली थी और यही सड़कें थी, कभी भी दिल्ली वालों को जल भराव की समस्या या नालों के ओवर फलो होने जैसी समस्या को जूझना पड़ा। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार के दौर में दिल्लीवालों ने तंग हालात में रहना सीख लिया है। चाहे केजरीवाल नेतृत्व में दिल्ली सरकार हो या दिल्ली नगर निगम दिल्ली के हालात लगातार बदहाल होते जा रहे है।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार और नेता दिल्ली को पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने की बजाय दिल्ली वालां का ध्यान भटकाने की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की नेतृत्वहीन, दिशाहीन और उद्देश्यहीन सरकार है, जिसके मुख्यमंत्री जेल में रहते हुए ईडी और सीबीआई की गिरफ्तारियों की दोहरी मार झेल रहे हैं और जल मंत्री पानी उपलब्ध कराने की जगह जल सत्याग्रह, भूख हड़ताल जैसे दिखावटी प्रचार स्टंट करके आरोप प्रत्यारोप की राजनीति कर रही हैं।