
मुस्तफाबाद विधानसभा के शक्ति विहार में चार मंजिला इमारत ढही
11 की मौत, 11 जीवित लोगों को सुरक्षित निकाला गया
नई दिल्ली।मुस्तफाबाद विधानसभा में शक्ति विहार, गली नंबर 1 में 18-19 अप्रैल की रात 2:39 बजे एक चार मंजिला इमारत ढहने की दुखद घटना ने इलाके को हिलाकर रख दिया। निगरानी कैमरे के फुटेज के अनुसार, हादसा रात 2:30 बजे हुआ, जब इमारत अचानक भरभराकर गिर गई। हादसे के समय इमारत में 22 लोग फंसे थे, जिनमें से 11 की मौत हो गई। मृतकों में कई एक ही परिवार के थे। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, दिल्ली अग्निशमन सेवा और पुलिस की मेहनत से बचाव कार्य पूरा हो गया, और सभी 22 लोगों को मलबे से निकाल लिया गया। 11 जीवित लोगों को जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से कुछ को छुट्टी मिल चुकी है। बचाव अभियान में सक्रियता और चुनौतियां
घटना की सूचना दयालपुर थाने को 3:02 बजे मिली, जिसके बाद पुलिस, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, दिल्ली अग्निशमन सेवा और आपातकालीन एम्बुलेंस टीमें मौके पर पहुंचीं। दिल्ली अग्निशमन सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि 2:50 बजे सूचना मिलने पर 10 दमकल गाड़ियां तैनात की गईं। इमारत का क्षेत्रफल लगभग 60 वर्ग गज था, और तंग गलियों के कारण भारी मशीनों का उपयोग नहीं कर पाए। रेस्क्यू के दौरान दोपहर 1:00 बजे, सहायक पुलिस अधिकारी राजेश शुक्ला ने सूचित किया कि 8 वर्षीय सान्या और 3 वर्षीय शान को मलबे से निकाला गया। दोपहर 2:00 बजे, चांद (25), रेहाना (38) और तनु (15) को बेहोशी की हालत में अस्पताल पहुंचाया गया। बचाव कार्य में स्थानीय लोग और नागरिक सुरक्षा दल के लोग भी टीम शामिल हुए। हादसे का कारण और जांच
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इमारत गिरने से पहले तेज आवाजें सुनाई दीं। पुलिस के अनुसार, इमारत के मालिक तहसीन और उनका परिवार पहली मंजिल पर रहता था, जबकि अन्य मंजिलों पर किराएदार थे। भूतल पर दो-तीन दुकानों में निर्माण कार्य चल रहा था, जो हादसे का संभावित कारण हो सकता है। शुक्रवार रात भारी बारिश और तूफान ने स्थिति को जटिल किया। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने जांच के आदेश दिए और सोशल मीडिया पर लिखा है कि मुस्तफाबाद में हादसा दुखद है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। हाल के हादसों, जैसे मधु विहार और करोल बाग में दीवार ढहने से तीन मौतें और जनवरी में बुरारी में इमारत ढहने से दो मौतें, ने निर्माण मानकों पर सवाल उठाए हैं। मृतकों और जीवित लोगों का विवरण
मृतक: चांदनी (23), दानिश (23), नावेद (17), रेशमा (38), अनस (6), नजीम (30), तहसीन (60), शाहिना (28), अफरीन (4), अफान (2) और इशाक (75)।
हादसे में पूरा परिवार हुआ खत्मइस हादसे में मरने वालों में दो सगे भाई के साथ ही एक पूरा परिवार खत्म हो गया है। इसमें नजीम, उनकी पत्नी शाहिना, और उनके बच्चे अनस, अफरीन, और अफान एक ही परिवार के थे। एक पीड़ित के रिश्तेदार शहजाद अहमद ने कहा कि मेरे दो भतीजों की मौत हो गई। मेरी बहन और भतीजी घायल हैं। इस दौरान डीसीपी नॉर्थ ईस्ट दिल्ली ने अफवाहों से बचने और शांति बनाए रखने की अपील की है। जीवित (सुरक्षित निकाले गए): चांद (25), शान (4), सान्या (2), नेहा (19), अल्फेज (20), आलिया (17), शाहिद (45), रेहाना (38), अहमद (45), तनु (15), जीनत (58)।