2020 सूरत कांड के तुरंत बाद रेगुलेशन एक्ट की घोषणा के बावजूद इसे अभी तक लागू नही किया गया। – देवेन्द्र यादव
सुषमा रानी
नई दिल्ली, 31 जुलाई, – राजेन्द्र नगर में बेसमेंट में पानी भरने के बाद डूब कर मरने वाले छात्रों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव के नेतृत्व में सभी 280 ब्लाक कांग्रेस कमेटी में कैंडल मार्च निकाला। कैंडल मार्च में क्षेत्रीय छात्रों, रिहायशी लोगों, कांग्रेस कार्यकर्ताओं, सहित ब्लाक, जिला, अग्रिम संगठन, सेल एवं विभागों के पदाधिकारी सहित बूथ स्तर के कार्यकर्ता भी शामिल हुए। प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र यादव बादली विधानसभा के ब्लॉक में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ कैंडल मार्च में शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार की शिक्षा मंत्री आतिशी का छात्रों के प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन देना कि दोषियों को सजा दिलवाऐंगे, पूरी तरह भ्रमित करने वाला है। यादव ने पूछा कि जब दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम दोनो पर आम आदमी पार्टी सत्तासीन है, फिर दोषी किसे बनाऐंगे और सजा किसे दिलाऐगी। उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारियों को निरस्त कर ओर छोटे ठेकेदारों पर कार्यवाही करके आम आदमी पार्टी छात्रों की मृत्यु के लिए जिम्मेदार बड़े लोगों को बचाने की कवायद तो नही?
उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राजेन्द्र नगर हादसे के बाद दिल्ली सरकार दिल्ली की कोचिंग इंस्टीट्यूट रेगुलेशन एक्ट लाने की घोषणा सिर्फ छात्रों को गुमराह करने के लिए है क्योंकि वर्ष 2020 में सूरत कांड के बाद आननफानन में एक रेगुलेशन बनाने की घोषणा की थी और कोचिंग इंस्टीट्यूट की समस्याओं का समधान निकलाने की बजाय सुझाव मांगकर इसे भी इवेंट बनाने में लगी है। उन्होंने कहा कि उच्च पदों की परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों की समस्याओं के समाधान के लिए केजरीवाल सरकार कोचिंग इंस्टीट्यूट व पी.जी. के लिए स्थाई सुरक्षा गाईडलाईंस लाए और मास्टर प्लान 2041 के प्रस्ताव अनुसार कोचिंग सेन्टर एवं पीजी स्थाई रेगुलेशन एक्ट बनाने पर काम करे।
उन्होंने कहा कि राउ इंस्टीट्यूट की बिल्डिंग को दिल्ली नगर निगम द्वारा ज़ारी वर्ष 2021 के कंप्लीशन सर्टिफिकेट के आधार पर जुलाई 2024 में फायर एनओसी करोल बाग जोन को बिल्डिंग की कमियों से जुड़ी सभी जानकारी होने के बावजूद दिया गया और दिल्ली नगर निगम ने दिल्ली में बिल्डिंग बायलॉज़ का उलंघन कर चल रहे कोचिंग इंस्ट्ीट्यूट पर कोई कार्यवाही हुई। इसमें सीधे तौर पर भ्रष्टाचार की बू आ रही है। उन्होंने कहा कि मुखर्जी नगर में वर्ष 2023 में हुई घटना तथा दिल्ली हाईकोर्ट के निर्देश के बाबजूद दिल्ली नगर निगम ने कोई कदम नही उठाया। यह सरकारों की विफलता है।