भीषण गर्मी के चलते अंडे की बिक्री मे लगा ब्रेक खुदरा बिक्री मे कोई मांग नही ।
अंडे के भाव को लेकर भी चिंतित हैँ व्यापारी।
बेहद उमस और लपट भरी हवाओं के चलते लोगों का दोपहर के वक़्त आना जाना बिल्कुल ना के बराबर रह गया है यदि कोई ज्यादा जरूरी काम है तो व्यक्ति ऐसी भीषण गर्मी मे बाहर निकलता है ऐसे मे रोज़मर्रा की जरूरत के सामानों की बिक्री पर भी असर पड़ा है साथ हि रोज़मर्रा या यूँ कहा जाये हर 10 मे से 7 घरों की जरूरत अंडे की बिक्री पर काफी प्रभाव पड़ा है अंडे के व्यापारियों का कहना है की ऐसा लग रहा है की अंडा खाने वाले लोग दूसरे ग्रह पर चले गये हैँ।
कुछ व्यपारियों के मुताबिक अंडा कम बिकने की वजह अंडे की ज्यादा कीमत है दरअसल मई ओर जून का महीना अंडा व्यापारियों के लिए मंदा साबित होता है क्योंकि इन महीनों मे गर्मी अपने चरम पर होती है दिल्ली समेत एनसीआर मे इस वक़्त लगभग 47 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया जा रहा है जोकि पिछले लगभग 8 सालों मे सबसे ज्यादा तापमान है।
व्यापारियों के मुताबिक इस वक़्त अंडा 5 रुपत प्रति नग बिकना चाहिए जबकी इस वक़्त खुदरा अंडे का रेट 6 रूपए और कुछ जगहों पर 7 रूपए प्रति नग है ऐसे मे ग्रहाँक अंडा खरीदने से कतराता है।
दूसरी बड़ी वजह अंडे के एकदम से बढ़ते ओर घटते दाम व्यापारियों का कहना है की बाजार मे कुछ दलाल बैठे हैँ जो केवल अपने मुनाफे के लिए बाजार एकदम तेज़ कर देते हैं।जब बाजार निचे की ओर होता है तो यही दलाल भारी मात्रा मे अंडा खरीद के अचानक बाजार मे तेज़ी ले आते हैं ओर जैसे हि उनका स्टॉक ख़त्म होता है तुरंत हि रेट निचे की ओर कर देते हैँ।
हालांकि हमने अंडे की किसानो से भी बात की तो किसानो का कहना है की फीड काफी मेहेंगी हो गयी है बाज़रा,पत्थर ओर तमाम दवाइयों के दाम काफी बढ़ गये है ऐसे मे बाजार अगर 400 रूपए सैकड़े से नीचे जाता है तो हमे काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है ।
अंडे के व्यपारीयो ओर किसानो का आरोप है की बाजार का रेट तय करने वाली NECC कमेटी के सदस्य दलालों से कमीशन लेकर बाजार निचे ऊपर करते हैं।
जावेद हुसैन ब्यूरो चीफ उत्तर प्रदेश