पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नही उतरा कोई भी एआईएमआईएम का प्रत्याशी।
जावेद हुसैन (ब्यूरो चीफ यूपी)
लोकसभा चुनाव 2024: लोकसभा चुनाव बेहद ही नजदीक है जिसके चलते तमाम सियासी गलियारों में हलचल मची हुई है ऐसे में सभी राजनीतिक दल चाहे वो छेत्रीय हों या फिर राष्ट्रीय पूरी मेहनतो मशक्कत के साथ चुनावी प्रचार व रैलियों में लगे हुए हैं।जहां एक तरफ भाजपा गठबंधन वाली एनडीए(NDA) और विपक्ष को तरफ से इंडिया(INDIA ALL) जिसमे तमाम मुख्य विपक्षी पार्टियां शामिल हैं सभी एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं।
जब बात देश के किसी भी राज्य में चुनाव की होती तो तो ओवैसी का नाम जरूर आता है दरअसल एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी हमेशा अपने बयानों के चलते सुर्खियों में रहते हैं।लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भी ओवैसी ने तमाम विपक्षी पार्टियां से गठबंधन के लिए प्रस्ताव रखा लेकिन किसी भी पार्टी ने उन्हें कोई सीट देने से इंकार कर दिया अब ओवैसी ने एक अलग मोर्चा बनाकर उत्तर प्रदेश में 25 सीटों पर चुनाव लडने की तैयारी पर हैं हालांकि अभी तक लिस्ट जारी नही की गई है।
आपको बताते चलें की पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुस्लिम जनसंख्या ज्यादा होने के कारण सभी पार्टियों के नजर मुस्लिम और दलित वोट पर होती है लेकिन ऐसे में अवैसी के गठबंधन PDM (पिछड़ा,दलित,मुसलमान) ने अबतक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक भी प्रत्याशी नहीं उतारा है ऐसे में लगता है जहां कांग्रेस के साथ सपा और अन्य बड़े दल भाजपा को हराने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं वहीं ओवैसी का मोर्चा PDM कहीं ना कहीं विपक्ष को कमजोर करने का काम करेगा।
जानकारों के अनुसार ओवैसी मुस्लिम बाहुल्य सीट पर अपना प्रत्याशी उतरेंगे जैसा के मुरादाबाद में देखा गया जिससे विपक्ष को भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
ओवैसी की पार्टी के परवक्ता मुहम्मद फरहान ने एक न्यूज संस्थान को इंटरव्यू के दौरान बताया कि ओवैसी केवल अपने निजी फायदे के लिए उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ रहे हैं साथ ही उन्होंने कहा कि जिस सीट पर एआईएमआईएम के कार्यकर्ताओं ने जी जान लगाकर मेहनत की है वहां उनका कोई प्रत्याशी ही नही उतारा गया ऐसे में हम लोगों को क्या मुंह दिखाएंगे साथ ही उन्होंने पार्टी पद से इस्तीफा और पार्टी को हमेशा के लिए छोड़ने का फैसला कर लिया है।