पुलवामा शहीद की प्रतिमा का अनावरण व परिवार को मिले कोरे वादो पर भड़की अभा हिन्दू महासभा कहा होगा आन्दोलन
स्टार न्यूज टेलिविज़न
राकेश की रिपोर्ट
अपने अनावरण की राह देख रही है पुलवामा में शहीद कौशल कुमार की प्रतिमा शहीद परिवार अपने अधिकार के लिये दर दर की ठोकर खाने को मजबूर सरकार द्वारा शहीद परिवार से किये गये वादे नहीं हुये पूरे, हिन्दू महासभा में आक्रोश
अखिल भारत हिन्दू महासभा इस ज्ञापन के माध्यम से आपको अवगत कराना चाहता है कि जम्मू कश्मीर के अन्दर पुलवामा में शहीद हुये कौशल कुमार रावत जी के परिवार से किये गये वादे अभी तक पूरे नहीं हो पाये है। यहाँ तक कि पुलवामा में शहीद हुये कौशल कुमार की प्रतिमा जो परिवार एवं क्षेत्रवासियों के द्वारा स्थापित की गयी थी । बड़े शर्म एवं खेद का विषय है कि पुलवामा की घटना को 05 वर्ष बीत जाने के बावजूद उनकी प्रतिमा का अनावरण तक नहीं हो पाया है।
सरकार के स्तर से भी कई वादे शहीद परिवार से किये गये वह भी आपके स्तर से पूरे नहीं हो पाये है। जिसकी सूची ज्ञापन के साथ संलग्न कर रहे है। आगरा जिले के अन्दर धारा-144 लगी हुई है उसके फलस्वरुप केवल हिन्दू महासभा का प्रतिनिधि मण्डल आपके पास आकर इन मांगो को आपके समक्ष रख रहा है। महोदय हिन्दू महासभा आपसे 15 दिन का समय के अन्दर शहीद परिवार से किये गये वादो को पूरा करने की अपेक्षा रखता है।
शहीदों की चिताओं पर हर वर्ष लगेगे मेलें वतन पर जान न्यौछावर करने वालो का बाकी यही निशा होगा इस पंक्ति को अपने वादे पूरे करके साकार करने की कृपा करें। क्योंकि जिस समय शहीद हुये जवानों का पार्थिव शरीर लाया जाता है उस समय सभी अधिकारी नेतागण आम जनमानस शहीद परिवार के साथ खड़ा रहता है उसके बाद कोई भी उनकी सूद लेने वाला नहीं होता । सरकार द्वारा शहीदों की प्रतिमा तो लगा दी जाती है लेकिन उनकी जयन्ती, शहीद दिवस तथा स्वतन्त्रता दिवस, व गणतन्त्र दिवस जैसे शुभ अवसरों पर जाना व प्रतिमाओं पर दीप जलाना व पुष्प चढ़ाना जरुरी नहीं समझते है।
अखिल भारत हिन्दू महासभा एवं समस्त देशप्रेमियों इन शहीदों के साथ दुर्वयहार को लेकर काफी रोष दिखाई देता है। आपका विशेष ध्यान आर्कषित कराना चाहता है हिन्दू महासभा, अन्यथा की दृष्टि में अखिल भारत हिन्दू महासभा शहीद परिजन के साथ मिलकर सड़क पर आन्दोलन करने के लिये बाध्य रहेंगी
ज्ञापन देने बालों में प्रमुख रूप से शाहिद कौशल कुमार रावत जी की धर्मपत्नी ममता रावत जी मी ना दिवाकर जी संजय जाट सौरभ शर्मा शंकर श्रीवास्तव प्रमुख रूप से उपस्थित थे