राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र का एकदिवसीय ओपन हाउस वह भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव2024 का कर्टेन रेज़र आयोजित किया गया
सुषमा रानी
दिनांक 6 नवम्बर 2024 को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले संस्थान राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र नोएडा में एक दिवसीय ओपन हाउस तथा भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव -2024 का कर्टेन रेज़र आयोजित किया गया। नोएडा के सेक्टर-62में स्थित यह संस्थान गणितीय मॉडलों का सुपर कंप्यूटर में उपयोग करते हुए भारत मौसम विभाग के लिए पूर्वानुमान उत्पन्न करता है. भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव के 10वें अंक का आयोजन इस वर्ष आई. आई. टी. गुवाहाटी में किया जाना सुनिश्चित हुआ है. विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, अंतरिक्ष विभाग और परमाणु ऊर्जा विभाग, विज्ञान भारती (VIBHA) के सहयोग से, 30 नवंबर से 3 दिसंबर 2024 के दौरान भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी में 10वें भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (IISF-2024) का आयोजन कर रहे हैं।
NCMRWF नोएडा में हुए आज के आयोजन का उद्देश्य जान सामान्य विशेषकर विद्यार्थियों को भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव के दौरान होने वाली रचनात्मक गतिविधियों तथा वैज्ञानिक शोध के प्रति जागरूक करते हुए देश में होने वाले वैज्ञानिक प्रगति से अवगत कराया जाना था. इस वर्ष IISF की विषय वस्तु या टॉपिक अथवा थीम “भारत को विज्ञान और प्रौद्योगिकी आधारित वैश्विक विनिर्माण केंद्र में बदलना” है. इस कार्यक्रम में भारती विद्यापीठ नई दिल्ली, जे एस एस एकेडमी नोएडा, गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी ग्रेटर नोएडा, तथा मेरठ इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी से लगभग 125 छात्र तथा अध्यापक सम्मिलित हुए. इनके अलावा मीडिया एवं सामान्य जान मानस की भागीदारी भी दर्ज की गयी. लगभग 220 आगंतुकों ने संस्थान का भ्रमण किया. आज के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ ओ पी मिश्रा थे, जो वर्तमान में राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के प्रमुख तथा निदेशक हैं , इनके अलावा विज्ञान भारती की मेरठ प्रान्त की सचिव डॉ गौरी मिश्रा, राष्ट्रीय नवप्रवर्तन संस्थान से डॉ नितिन मौर्य, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय से डॉ जगवीर सिंह, राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र के निदेशक डॉ वी एस प्रसाद, डॉ. बी. अथियामन तथा डॉ अखिलेश मिश्रा ने छात्रों किया। संस्थान में होने वाले मौसम तथा जलवायु से सम्बंधित शोध पर विशेष व्याख्यान दिए गए तथा प्रधानमंत्री जी द्वारा देश को समर्पित नए सुपर कंप्यूटर अरुणिका तथा मिहिर का भ्रमण कराया गया तथा उसके महत्व एवं उपयोग के बारे में व्याख्यान दिए गए .