मैंने अपने वसूलों के लिए मात्र 49 दिन में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, मुझे पद और दौलत का लालच नहीं- केजरीवाल
सुषमा रानी
*नई दिल्ली, 15 सितंबर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को अपने इस्तीफा देने की घोषणा कर दिल्ली समेत पूरे देश को चौका दिया। एक फर्जी केस में पांच महीने बाद जेल से बाहर आने के बाद पार्टी मुख्यालय पर ‘‘आप’’ कार्यकर्ताओं और जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगले दो दिन बाद मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं और जब तक जनता अपना फैसला नहीं सुना देगी कि मैं ईमानदार हूं, तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। इस दौरान केजरीवाल ने एक और बड़ा एलान किया कि मेरे साथ मनीष सिसोदिया ने भी फैसला लिया है कि वह भी डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री का पद तभी संभालेंगे, जब जनता चुनाव में जीता कर ईमानदारी का सर्टिफिकेट दे देगी। जल्द ही विधायक दल बैठक में दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री का नाम तय किया जाएगा। साथ ही, उन्होंने केंद्र सरकार से नवंबर में ही महाराष्ट्र के साथ दिल्ली विधानसभा का भी चुनाव कराने की मांग की है। इस दौरान पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, संजय सिंह, डॉ. संदीप पाठक, राघव चड्ढा, गोपाल राय, आतिशी, सौरभ भारद्वाज समेत अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
अगर मुझे पैसे ही कामने थे तो इनकम टैक्स कमिश्नर की नौकरी बुरी नहीं थी- केजरीवाल
रविवार को पार्टी मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब जनता तय करे, क्या केजरीवाल ईमानदार है या गुनाहगार है।जब जनता कहेगी कि मैं ईमानदार हूं, तभी सीएम की कुर्सी पर बैठूंगा।
भगवान राम के वापस लौटने पर सीता मैया को अग्नि परीक्षा देनी पड़ी थी, आज मैं जेल से आने के बाद अग्नि परीक्षा देने को तैयार हू।हमारे लिए शर्तें मायने नहीं रखती, लेकिन मेरी ईमानदारी मायने रखती है।
मेरा और मनीष सिसोदिया का फैसला अब दिल्ली की जनता के हाथ में है ।अंग्रेजों ने भी जेल से लिखी भगत सिंह की सारी चिट्ठियां उनके साथियों तक पहुंचाई, लेकिन मेरी एक चिट्ठी एलजी साहब तक नहीं पहुंच पाया।अंग्रेज भी स्वतंत्रता सेनानियों को एक जेल में रखते थे, लेकिन मुझे और मनीष सिसोदिया को अलग-अलग जेल में रखा गया।जनता के आशीर्वाद से भाजपा के सारे षड्यंत्रों का मुकाबला करने की ताकत रखते है। जेल से सरकार चल सकती है, यह हमने साबित कर दिया।गैर भाजपा मुख्यमंत्रियों से अपील, अगर ये फर्जी केस में जेल भेजें तो इस्तीफा मत दे।
तमाम मुफ्त सुविधाएं देने के बाद भी दिल्ली सरकार मुनाफे में है, जबकि बाकी राज्य घाटे मेंहैं।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह लोग हमारी ईमानदारी से डरते हैं। ये लोग बेइमान हैं, इसलिए बिजली फ्री नहीं कर सकते। कई राज्यों में इनकी 15-30 साल से सरकारें चल रही हैं, लेकिन ये स्कूल-अस्पताल ठीक नहीं कर पाए। ये अच्छा इलाज नहीं दे सके। क्योंकि ये लोग बेइमान हैं। इन्होंने ईडी-सीबीआई, दिल्ली पुलिस हमारे उपर छोड़कर ढेरों केस कर दिया। इसके बाद भी हम डट कर इनके सामने खड़े हैं और मुलाबला कर रहे हैं, क्योंकि हम ईमानदार हैं। इसलिए ये लोग मुझे बेइमान साबित करना चाहते हैं। मेरे उपर कीचड़ फेंक रहे हैं, लांछन लगा रहे हैं, सुबह-शाम मुझे गालियां देते हैं, लेकिन मेरे लिए भाजपा महत्वपूर्ण हैं, बल्कि मेरे लिए देश की जनता महत्वपूर्ण है। अगर दिल्ली की जनता को लगता है कि केजरीवाल बेइमान है तो मैं एक मिनट के लिए भी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। मैंने अपने जीवन में कुछ नहीं कमाया, मेरा और मेरी पार्टी का बैंक अकाउंट खाली है। मैंने जीवन में इज्जत और ईमानदारी के अलावा कुछ नहीं कमाया।