मणिपुर हिंसा में कारगिल योद्धा की पत्नी को नग्न अवस्था में परेड कराई गई और उनका रेप किया गया था- प्रियंका कक्कड़
सुषमा रानी
नई दिल्ली, 20 अगस्त मणिपुर हिंसा मामले में आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को एक सनसनीखेज खुलासा किया। ‘‘आप’’ ने यह खुलासा मणिपुर दंगा मामले में न्यायिक आयोग को शपथ पत्र के साथ सौंपे गए एक ऑडियो टेप के माध्यम से किया है। इसमें दो आवाजें हैं। जिसमें एक केंद्रीय गृहमंत्री आमित शाह और दूसरी सीएम एन. बीरेन की बताई जा रही हैं। पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने इस ऑडियो टेप का हवाला देते हुए कहा कि मणिपुर को एक साजिश के तहत जलाया गया। इसीलिए एक साल से जल रहे मणिपुर के सीएम एन. बीरेन को पद से नहीं हटाया गया। उन्होंने कहा कि ऑडियो टेप में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सीएम बीरेन को कह रहे हैं कि बम नहीं मारना है। वहीं, सीएम बीरेन अधिकारियों को निर्देश देते हैं कि बम चुपके से मारना है। प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि मणिपुर में कारगिल योद्धा की पत्नी को नग्न अवस्था में परेड कराई गई थी और उनका रेप किया गया था। इस घटना के बारे में मुख्यमंत्री कहते हैं कि भीड़ ने इन महिलाओं को कपड़े पहनाकर घर भेजा था। साथ ही यह भी कहते सुने जा रहे हैं कि इसका क्या सबूत हैं कि इन महिलाओं का रेप हुआ है?
मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर ‘‘आप’’ की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि 3 मई 2023 को मणिपुर में दंगे शुरू हुए थे। तब से लेकर आज तक वहां हजारों घर जल चुके हैं, कई लोग मारे जा चुके हैं, और कई महिलाओं का बलात्कार हुआ है। एक साल से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन मणिपुर की डबल इंजन की सरकार अब तक दो समुदायों के बीच हिंसा को रोकने में विफल रही है। जब मणिपुर की स्थिति संभालने में असफल रहे मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे की मांग उठने लगी, तो देश के गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में कहा कि मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह का उन्हें पूरा सहयोग मिल रहा है। इसलिए उनका इस्तीफा नहीं लिया जा रहा है। सवाल यह है कि यह किस तरह का सहयोग था? उन्हें अब तक क्यों नहीं हटाया गया। इसका जवाब अब उन टेप्स में सामने आ रहा है जो न्यायिक आयोग के समक्ष एक शपथ पत्र के साथ रखी गई हैं। बताया जा रहा है कि इन टेप्स में मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की आवाज है।
प्रियंका कक्कड़ ने प्रेस वार्ता के दौरान टेप प्ले कर मीडिया को सुनाया। इसमें सीएम एन बीरेन सिंह हंसते हुए बता रहे हैं कि अमित शाह ने उनसे कहा कि ‘अरे! बीरेन तुम बम मारते हो, नहीं मारना है,’ जबकि बीरेन सिंह ने कहा कि चुपके से इस्तेमाल करेंगे। दो समुदायों के बीच शांति स्थापित करने के बजाय मुख्यमंत्री चुपके से बम मारने के निर्देश दे रहे हैं। क्या यही वजह है कि मणिपुर में अब तक शांति कायम नहीं हो पाई है? प्रधानमंत्री अब तक एक बार भी मणिपुर नहीं गए। यहां तक कि लोकसभा चुनाव के समय भी भाजपा के मुख्य प्रचारक मणिपुर नहीं पहुंचे। क्या अमित शाह सदन में इसी सहयोग की बात कर रहे थे, जिस कारण एन बीरेन सिंह का इस्तीफा नहीं लिया गया?
प्रियंका कक्कड़ ने आगे कहा कि इसी तरह सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक नाबालिग के साथ बलात्कार के आरोपी स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ लगे केस को वापस लेने का आदेश पारित किया था। भाजपा सरकार कठुआ में बलात्कार के आरोपियों और बृजभूषण शरण सिंह के साथ खड़ी हो गई थी। भाजपा ने प्रज्वल रेवन्ना को टिकट दिया और मोदी जी ने खुद उनके लिए वोट मांगे। भाजपा के बाहरी अध्यक्ष बलेश ढंकर, जिसे सदी का सबसे घटिया बलात्कारी कहा गया, ये सब लोग भाजपा से ही क्यों जुड़े हुए हैं? इन्हें यह ताकत कहां से मिलती है? जब इन्हें ऊपर से संरक्षण मिलेगा, तो क्या इससे उनका मनोबल नहीं बढ़ेगा? मणिपुर मामले में लगातार चौकाने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं। गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को जवाब देना चाहिए कि अब तक एन बीरेन सिंह को मुख्यमंत्री पद से क्यों नहीं हटाया गया है? भाजपा की ऐसी क्या मजबूरी है? मणिपुर में एक साल से ज्यादा समय से हिंसा बनी हुई है, और अब वहां की सरकार को बर्खास्त करना चाहिए। हमें सोचना चाहिए कि क्या ऐसे लोगों के शासन में हमारी बेटियां सुरक्षित रह पाएंगी। यह बेहद शर्मनाक है।