सभी जिलो मे स्वघोषित संपादको व स्वनिर्मित यू ट्यूब चैनल हेडो की बाढ सहमे जिम्मेदार पत्रकार
स्टार न्यूज टेलिविज़न
राकेश पाण्डेय
एक समय था जब पत्रकारिता बुद्धिजीवी वर्ग का पेशा और शौक हुआ करता था लेकिन मौजूदा समय मे आयी कथित व स्वघोषित पत्रकारो के बाढ की चपेट मे आने वाले सैकडो लोग अपना हजारो लाखो गवा रहे है और इमानदार पेशे की खिल्लिया भी उडा रहे है। लेकिन जनता नेता व कानून के रखवाले इस बाढ को रोकने के लिए जरा भी फिक्रमंद नही है ।
पूर्वांचल के तकरीबन सभी जिलो मे खासकर गाजीपुर बलिया देवरिया आजमगढ जौनपुर मिर्जापुर भदोही सोनभद्र मऊ के मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर के साथ पीएम नरेंद्र मोदी के चुनाव क्षेत्र काशी मे सैकडो स्वघोषित पत्रकारो के साथ निजी यूट्यूब न्यूज चैनल का नाम बता खुद को न्यूज संस्थान घोषित करने वालो की होड लगी हुई है।
सैकडो कलाकार तो ऐसे है जो 3 से 5 हजार रुपये खर्च कर बनवायी गयी सूचना बेबसाइट को न्यूज नेटवर्क बताकर पोर्टल बना लेते है और बडे अफसरो पुलिस कर्मियो नेताओ विधायको जनप्रतिनिधियो ग्राम प्रधानो सहित जनता को न्यूज संस्थान बता कर खुद को ही संपादक चैनल हेड मण्डल ब्यूरो चीफ यहा तक को प्रदेश प्रभारी बता देते है और कुल के बाद खुद फोटो भी खींचते है और बीडीओ भी स्वतः बनाते है। लेकिन छपास के रोगियो को भ्रमित कर अपना काम भी आसानी से बना ही लेते है।
आप अगर जागरूक नागरिक है और पत्रकारिता को समझते है तो खुद आकलन करे कि आपके कितने पत्रकार परिचित है उनमे से निम्न उपाधिया किसके पास है ।
क्या आपका परिचित प्रॉपर्टी डीलर भी पत्रकार है।
गाड़ी चलाने वाला भी चालक भी पत्रकार है।
जनता की सेवा के नाम पर दलाली करने वाला भी पत्रकार है।
ठेकेदारी करने वाला भी पत्रकार है।
बेरोजगार आदमी भी खुद को बताता है कि वह पत्रकार है।
देवरिया मे कई युवा किसी एन जी ओ संगठन से जुडा समाजसेवी भी पत्रकार है।
सोनभद्र मे तमाम स्कूल के मास्टर खुद को पत्रकार बताते है एक डीजे संचालक भी पत्रकार है।
मऊ शहर व देहातो मे दाढ़ी बनाने वाले पैर लैब चलाने वाले यहा तक कि भैस बकरी बेचने वाले भी खुद को पत्रकार बताते है।
गाजीपुर शहर के मुख्य मार्केट मिश्रबजार मे तो जूता सिलने वाले भी पत्रकार है जो वाकायदा बाईक पर प्रेस लिखकर शहर का चक्कर भी लगाते है।
आजमगढ मे दवा का मेडिकल चलाने वाले बाहर से डाक्टर बुलाकर दवा बेचने वाले दो नंबर धंधा करने वाला भी पत्रकार
मिर्जापुर मे मुर्गा बकरा काटने वाला गो तस्करी से जुडे तस्कर भी भी खुद को पत्रकार बताते है।
जौनपुर जिले मे अवैध व्यवसाय करने पुरानी गाडियो की खरीद फरोख्त करने वाले दवा बेचने वाले भी पत्रकार है ।
बलिया जिले मे थाने से लेकर तहसील के बीच में लोगो की सेवा के नाम पर सहयोग की दलाली करने वाले भी पत्रकार है।
भदोही मे फर्जी तरीके से अवैध पैथोलॉजी अवैध प्राइवेट अस्पताल, अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटर चलाने वाला भी पत्रकार है।
गाजीपुर मे तमाम ऐसे कलाकार पत्रकार संगठनो से भी जुडे है पदाधिकारी भी है कई दलो मे भी है ।
ऐसे कलाकार तमाम पत्र पत्रिकाओ सहित फेसबुक पर बिकने वाले फर्जी आईकार्ड भी पैसे देकर आनलाईन मगा लेते है ताकि चकमा देने सुविधा रहे।
ऐसे लोगों से सावधान रहने की आवश्यकता है।भी सभी विभाग के अफसर आम पीडित परेशान लोग सावधान रहे।