आगरा वेंकटेश्वर हॉस्पिटल, द्वारका ने डॉ. बी. के. सिंह अध्यक्ष प्रभा अस्पताल आगरा के साथ मिलकर लिवर प्रत्यारोपण ओपीडी की शुरुआत की
स्टार न्यूज़ टेलीविजन आगरा
आगरा वेंकटेश्वर हॉस्पिटल, द्वारका ने डॉ. बी. के. सिंह अध्यक्ष प्रभा अस्पताल आगरा के साथ मिलकर लिवर प्रत्यारोपण ओपीडी की शुरुआत की
आगरा, 16 जुलाई 2024 वेंकटेश्वर हॉस्पिटल,, द्वारका ने आज प्रभा अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर, आगरा के साथ मिलकर लिवर प्रत्यारोपण ओपीडी की शुरुआत की । इस अवसर पर दिल्ली एनसीआर की प्रमुख लिवर प्रत्यारोपण सर्जन डॉ विशाल चौरसिया, डायरेक्टर, लिवर प्रत्यारोपण, जीआई सर्जरी एवं जी. आई ऑन्कोलॉजी अपनी ओपीडी शुरू करेंगे. प्रभा अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर में डॉ. विशाल चौरसिया / डॉ. आरिफ अली खान हर महीने के तीसरा मंगलवार को सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक प्रभा अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर में ओपीडी करेंगे ।
इस वार्ता के ज़रिये डॉ विशाल चौरसिया ने आगरा शहर के निवासियों को जानकारी दी कि लिवर सम्बंधित किसी भी प्रकार की सर्जरी के परामर्श के लिए अब उन्हें शहर से बहार जाने की ज़रूरत नहीं होगी और अपने शहर में ही यह सुविधा इस ओपीडी के ज़रिये उपलब्ध होगी । डॉ विशाल चौरसिया ने और जानकारी देते हुए कहा की गंभीर रोगों के कारण शरीर के प्रमुख अंग जैसे लिवर, किडनी आदि ख़राब हो जातें हैं और ऐसी स्तिथि में इलाज के दृष्टिकोण से प्रत्यारोपण करना एक जीवन दायक विकल्प माना जाता है, डॉ विशाल चौरसिया ने कहा की जागरूकता की कमी, प्रत्यारोपण की उचित सुविधाओं तक पहुंच ना होने और सही डोनर के ना मिलने के कारण बहुत भारी संख्या में मरीज़ इस विकल्प का चुनाव कर पाने में असमर्थ होते हैं।
डॉ. बी. के. सिंह अध्यक्ष प्रभा अस्पताल ने और जानकारी देते हुए कहा की एक लिवर फेलियर का मरीज़ जो फेलियर के कुछ महीने में मर सकता है, वो एक सफल लिवर प्रत्यारोपण से सामान्य ज़िन्दगी जी सकता है । भारत में प्रत्यारोपण टीमों की सफलता की दर दुनिया में सबसे अच्छी है, दुनिया भर से मरीज़ हमारे देश में ट्रांसप्लांट करवाने आते हैं पर हमारे देश के मरीज़ कुछ क्षेत्रों में उन्नत उपचार और आधुनिक तकनीक जैसी सुविधाओं वाले केन्द्रो तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। इस ओपीडी के ज़रिये लिवर प्रत्यारोपण के मरीज़ो और उनके परिजनों को बीमारी की सही स्थिति की जानकारी मिल पायेगी एवं लिवर प्रत्यारोपण करवाने के लिए विचार करने में मदद मिलेगी।
आगरा से पत्रकार अमीन अहमद की रिपोर्ट