अगर प्रधानमंत्री मोदी में हिम्मत है तो केजरीवाल के कामों से मुकाबला करें, ईडी-सीबीआई का सहारा न लें- इमरान हुसैन
सुषमा रानी
नई दिल्ली, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अवैध गिरफ्तारी और केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने शनिवार को देश भर में विरोध-प्रदर्शन किया। पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, तेलंगाना, महाराष्ट्र, गुजरात समेत देश के 21 राज्यों में ‘‘आप’’ कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान कई जगहों पर कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया। देश की राजधानी दिल्ली विरोध-प्रदर्शन का केंद्र रहा। ‘‘आप’’ सरकार के मंत्री, विधायक, पार्षद और पदाधिकारियों के अलावा दिल्ली के कोने-कोने से भारी संख्या में आए कार्यकर्ता पहले पार्टी मुख्यालय पर एकत्र हुए। बीमार होने के बावजूद कैबिनेट मंत्री आतिशी भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुईं और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया। यहां से वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में कार्यकर्ता नारे लिखे पोस्टर-बैनर लिए भाजपा मुख्यालय की तरफ कूच किए तो दिल्ली पुलिस ने बैरिकेडिंग कर उन्हें रोक लिया। इसके विरोध में वे सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। कार्यकर्ताओं ने भाजपा और मोदी सरकार की तानाशाही के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अरविंद केजरीवाल को जल्द रिहा करने की मांग की।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संगठन डॉ. संदीप पाठक ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल की सीबीआई से अवैध गिरफ्तारी कराने के खिलाफ पार्टी ने देशभर के 21 राज्यों के भाजपा मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। इस देशव्यापी प्रदर्शन के दौरान आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने तानाशाही के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आप कार्यकर्ताओं को देश के विभिन्न हिस्सों में हिरासत में लिया गया। आम आदमी पार्टी के इस देशव्यापी प्रदर्शन के पीछे का मकसद यह बताना था कि देश संविधान से चलेगा, तानाशाही से नहीं। देश में सबसे बेहतर काम करने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को झूठे केस में भाजपा की केंद्र सरकार ने जेल में डाल रखा है। अब तो कोर्ट भी कह चुका है कि सीएम केजरीवाल के खिलाफ कोई सबूत नहीं है। वह जमानत पर जेल से बाहर आ रहे थे, तभी केंद्र सरकार ने सीबीआई से सीएम केजरीवाल की सीबीआई से गिरफ्तारी करा दी। देश की जनता सब देख रही है आने वाले दिल्ली के चुनाव में जनता भाजपा का सुपड़ा साफ कर जवाब देगी।