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केदारनाथ मंदिर के मुख्य भाग में लगा सोना पीतल में बदला,मंदिर के पुरोहितों ने घोटाले का आरोप लगाया।

जावेद हुसैन (ब्यूरो चीफ यूपी)

उत्तराखंड।भारत में मशहूर केदारनाथ मंदिर पूरे विश्व में जाना जाता है।सनातन धर्म में इस स्थान की काफी अहमियत है और ये हिंदुओं के प्रति आस्था का केंद्र है।इस मंदिर के मुख्य भाग में लगभग सवा अरब यानी 125 करोड़ रुपए का सोना लगा हुआ था। लेकिन इससे संबंधित एक नया मामला सामने आया है दरअसल मंदिर के पुरोहितों का आरोप है की 125 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है।केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में सोने की जगह पीतल लगाए जाने के आरोपों को श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मन्दिर समिति (बीकेटीसी) ने रविवार को षडयंत्र बताया।बीकेटीसी ने रविवार को कहा कि यात्रा को प्रभावित करने और धाम की छवि को खराब करने के लिए भ्रम फैलाया जा रहा है।मंदिर समिति ने इसे लेकर एक ट्वीट किया है, जिसमें सोशल मीडिया पर भ्रम और दुष्प्रचार करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी।
अब तक प्रदेश का मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस इस मामले को लेकर सरकार पर हावी होने की कोशिश कर रहा था। वहीं अब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी सोने की परत के विवाद में कूद पड़े हैं। अखिलेश यादव ने गर्भगृह में सोने की जगह पीतल की परत लगाने को लेकर कई सवाल उठाए हैं और इसे अपराधिक मामला बताते हुए आस्था के साथ खिलवाड़ बताया है। सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ट्वीट करते हुए कहा है कि केदारनाथ मंदिर में सोने की जगह पीतल की परतों को लगाने का आरोप लग रहा है। अपराधिक के साथ-साथ आस्था से खिलवाड़ का भी बेहद संवेदनशील मामला है। इस साजिश की उच्चस्तरीय जांच कर झूठ की परतें उतारी जाएं।

सपा अध्यक्ष के इस ट्वीट के बाद श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने पलटवार करते हुए कहा कि केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। यात्रा में खलल डालने और सनातन धर्म की आस्था को ठेस पहुंचाने के लिए राजनीतिक षड्यंत्र की तरह केदारनाथ के गर्भगृह को स्वर्ण मंडित करने वाले दान दाता की मंशा पर भी सवाल उठाया जा रहा है। गर्भगृह में लगे सोने को पीतल बताया जा रहा है जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है।

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