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20 हजार करोड़ रुपए के बिजली घोटाले में पीएम मोदी और अडानी के खिलाफ जांच हो- आतिशी
मुख्य संवाददाता/ सुषमा रानी
*नई दिल्ली, 25 फरवरी आम आदमी पार्टी ने 20 हजार करोड़ रुपए के बिजली घोटाले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गौतम अडानी के खिलाफ जांच कराने की मांग की है। ‘‘आप’’ की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की पूर्व सीएम आतिशी ने कहा कि न्यूयॉर्क के प्रॉसीक्यूटर ने अडानी के पावर कॉर्पाेरेशन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं और अमेरिका में अडानी के भ्रष्टाचार पर जब सवाल पूछे गए तो प्रधानमंत्री मोदी ने इसे व्यक्गित मामला बता दिया। आतिशी ने कहा कि अडानी ने दो हजार करोड़ रुपए की रिश्वत देकर सेकी से सोलर मैन्युफैक्चरिंग का कांट्रैक्ट लिया और महंगी बिजली बेचने के लिए ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश सरकार को घूस देकर कॉन्ट्रेक्ट साइन करवाए।
आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर कहा कि देश के सामने 20 हजार करोड़ रुपए का एक घोटाला सामने आया है। पूरे देश ने देखा कि जब प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका गए और वहां उनसे अडानी के भ्रष्टाचार के ऊपर सवाल पूछे गए तो प्रधानमंत्री मोदी ने उसे व्यक्तिगत मामला बताया। किस तरह से न्यूयॉर्क के प्रॉसीक्यूटर ने अडानी के पावर कॉर्पाेरेशन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। लेकिन अब पूरा देश देख रहा है कि किस तरह गौतम अडाणी ने दो हजार करोड़ रुपए की घूस देकर सेकी (सोलर एनर्जी कॉर्पाेरेशन ऑफ इंडिया) से सोलर मैन्युफैक्चरिंग के लिए कॉन्ट्रेक्ट लिया और किस तरह से महंगी बिजली बनाने का कॉन्ट्रेक्ट साइन किया गया।
आतिशी ने कहा कि देश भर में जब कोई भी सरकार यह महंगी बिजली खरीदने के लिए तैयार नहीं थी, तब किस तरह अडाणी ने ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश की सरकारों को घूस देकर कॉन्ट्रेक्ट साइन करवाए। इन सरकारों से महंगी बिजली खरीदवाई। जिससे इन सरकारों को 20 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ और अडाणी को 20 हजार करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ।
आतिशी ने कहा कि आज आम आदमी पार्टी देश के सामने अपनी दो मांगें रख रही है। हमारी मांग है कि अडानी के 20 हजार करोड़ रुपए के बिजली घोटाले पर अडानी और उनके दोस्त प्रधानमंत्री मोदी की जांच की जाए, जिससे कि देश की पांच सरकारों के माध्यम से जनता के 20 हजार करोड़ रुपए का घाटा हुआ। 20 हजार करोड़ रुपए का घोटाला हुआ। हमारी मांग है कि अडाणी के इस 20 हजार करोड़ रुपए के बिजली घोटाले में प्रधानमंत्री मोदी और गौतम अडानी के खिलाफ जांच की जाए।